लाइसेंस रद्द फिर भी खुल रहीं दवा दुकानें
जमशेदपुर (ब्यूरो): अक्सर लोग किसी दवा के लिए डॉक्टर के पास जाने की बजाय मेडिकल दुकान में जाकर अपनी परेशानी बताकर दवा ले लेते हैं। फॉर्मासिस्ट दवा दे भी देते हैं, लेकिन सिटी में तीन दर्जन से ज्यादा ऐसी दुकानें हैं, जहां फार्मासिस्ट नहीं हैं। उन दुकानों का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। इसके बावजूद ये दवा दुकानें बदस्तूर संचालित हो रही हैं। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है। 38 दवा दुकानों के लाइसेंस निलंबित
बता दें कि ड्रग विभाग ने कोल्हान के 38 दवा दुकानों के लाइसेंस को निलंबित कर दिया है। इस दौरान निलंबित दवा दुकानदार किसी भी तरह के दवा की खरीद-बिक्री नहीं कर सकते हैं। इसके बावजूद सब कुछ बदस्तूर हो रहा है। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि जमशेदपुर में मेडिकल दुकानें अवैध रूप से संचालित हो रही हैं। इतना ही नहीं, इन दवा दुकानों से वैसी दवा भी मिल जा रही है, जो बिना डॉक्टर के प्रेस्क्रिप्शन के नहीं बेचनी है। जायजा लेने पर पता चला
हमने जब कुछ निलंबित दवा दुकानों का जायजा लिया तो पाया कि कई दुकानें बिना किसी डर भय के धड़ल्ले से संचालित हो रही थीं। इनमें भालूबासा स्थित सूर्या मेडिकल, टिनप्लेट 10 नंबर बस्ती स्थित जय मां मेडिकल स्टोर, बारीडीह बाजार स्थित दवा दुकान, बिरसानगर संडे मार्केट स्थित नायडू मेडिकल आदि दुकानें शामिल हैं। बिल भी नहीं दे रहेएक अहम बात यह भी है कि इन दवा दुकानों से वैसी दवा भी मिल जा रही है, जो बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के नहीं बेचनी है। यानी एक तो ये दवा दुकानें अवैध रूप से संचालित हो रही हैं वहीं दूसरी ओर इनके द्वारा गलत तरीके से दवा की भी बिक्री की जा रही है। इतना ही नहीं दवा खरीदने पर इनके द्वारा बिल भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में कोई परेशानी होने पर आप दावा नहीं कर सकते कि आपने यहीं से दवा खरीदी है। बंद रहने का नोटिसकुछ दुकानें तो बंद कर दी गई हैं, हालांकि उनके द्वारा यह नोटिस लगाया गया है कि कुछ दिनों तक दुकानें बंद रहेंगी। इस बीच स्थिति को देख वे दुकानें भी खुल जाएंगी। आम व्यक्ति को यह पता ही नहीं चल रहा कि किस दुकान का लाइसेंस रद्द है और किसका नहीं। ऐसे में उसके समक्ष परेशानी उत्पन्न हो रही है साथ ही इन दवा दुकानों द्वारा लोगों की जान-माल से भी खिलवाड़ किया जा रहा है।
गलत तरीके से संचालित हो रही मेडिकल दुकानों का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। ड्रग इंस्पेक्टर को इनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। -रजनीश कुमार, डिप्टी डायरेक्टर, ड्रग, कोल्हान