ख्य वक्ता डॉ. असवाल ने कहा कि रेडिएशन के विषय में लोगों के मन समाज में कई प्रकार की भ्रांतियां पाई जाती हैं. ऐसा नहीं है कि हर तरह का रेडिएशन नुकसानदेह है.


जमशेदपुर (ब्यूरो): जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में शनिवार को भाभा एटॉमिक सेंटर के वैज्ञानिकों के व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर के हेल्थ सेफ्टी एंड एनवायरमेंट ग्रुप के निदेशक डॉ। डी असवाल उपस्थित थे। मुख्य वक्ता डॉ। असवाल ने कहा कि रेडिएशन के विषय में लोगों के मन समाज में कई प्रकार की भ्रांतियां पाई जाती हैं। ऐसा नहीं है कि हर तरह का रेडिएशन नुकसानदेह है। गामा किरणों के विषय में बताया कि यह हमारे वातावरण में मौजूद है, लेकिन इससे नुकसान नहीं पहुंचता। यदि इसका स्तर बढ़ जाए तभी यह नुकसानदायक है। न्यूक्लियर एनर्जी के संबंध में कहा कि यह सबसे साफ सुथरी एनर्जी है एवं इससे सीओ 2 गैस नहीं उत्पन्न होता है। इससे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता। इससे दुर्घटना की संभावना कम होती है। उन्होंने बीएआरसी के संदर्भ में बताया कि भारत में यह एक ऐसा संस्थान है, जिसने विज्ञान को उत्रत करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.उन्होंने छात्राओं के द्वारा पूछे गए कई प्रश्नों के उत्तर दिए साथ ही पाठ्य सामग्री भी प्रदान की गई। स्वागत भाषण कुलसचिव राजेन्द्र कुमार जयसवाल, संचालन सुदीप्ता रानी और धन्यवाद ज्ञापन विकास पदाधिकारी डॉ। सलोमी कुजूर द्वारा किया गया। इस अवसर पर कई वैज्ञानिक, सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं छात्राएं उपस्थित थीं। साकची स्थित करीम सिटी कॉलेज में हुआ आयोजन
साकची स्थित करीम सिटी कॉलेज के सेंटर फॉर गाइडेंस और काउंसलिंग की तरफ से कॉलेज ऑडिटोरियम में एक कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला का विषय था 'यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कैसे करेंÓ। मुख्य वक्ता स्वाति शर्मा थीं। शहर की रहने वाली स्वाति शर्मा ने 2023 में यूपीएससी में 17वां रैंक लाकर अपने शहर का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि वे पहले लॉ करना चाहती थीं, लेकिन डॉ जाकिर अख्तर की बातों से प्रेरित होकर प्रशासनिक सेवा में जाने का निर्णय किया और सफल भी हुईं। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया तथा यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी के लिए विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि सबसे पहले अपना लक्ष्य तय करना होगा। दूसरी बात ईमानदारी और आत्मविश्वास है और तीसरी चीज तैयारी में निरंतरता है। यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम के अलावा मुख्य समाचार पत्रों तथा चयनित पुस्तकों का अध्ययन करना अनिवार्य है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन सेंटर फॉर गाइडेंस एंड काउंसलिंग की छात्रा कोहली बॉस ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रगति ने किया। कार्यशाला के प्रोग्राम काउंसलर डॉ जाकिर अख्तर और व्यवस्थापक सैयद साजिद परवेज थे।

Posted By: Inextlive