घंटी आधारित व पार्ट टाइम टीचर भी जांचेंगे कॉपियां
JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) एग्जामिनेशन बोर्ड की बैठक मंगलवार को वीसी प्रोफेसर डॉ। शुक्ला माहांती की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें आंसर शीट के इवेल्यूएशन को लेकर लिया गया। यूजी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा एक सेमेस्टर को समाप्त हो रही है। इसके उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन घंटी आधारित तथा पार्ट टाइम शिक्षकों से भी कराने का निर्णय लिया गया।
इस परीक्षा में 24 हजार छात्रों ने परीक्षा दी है और करीब 85 हजार उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है। मूल्यांकन को उत्तरपुस्तिकाओं का वितरण कोल्हान विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग तथा जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज से होगा। विवि के परीक्षा विभाग से पश्चिम सिंहभूम के सभी कॉलेज तथा सरायकेला के केएस कॉलेज सरायकेला तथा खरसावां महिला मॉडल कॉलेज की उत्तरपुस्तिकाओं के बांटने का निर्णय लिया गया। परीक्षकों का पैनल बनेगावहीं जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज से पूर्वी सिंहभूम जिला के सभी कॉलेज व सिंहभूम कॉलेज चांडिल की उत्तरपुस्तिकाएं बांटी जाएगी। इधर बीएड की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन विश्वविद्यालय के बाहर कराने का निर्णय लिया गया। एमडीएस की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया के नए रेगुलेशन के अनुसार होगा। नए रेगुलेशन के तहत डीसीआई के गाइडलाइन के अनुसार परीक्षकों का पैनल बनाया जाएगा। इस पैनल के माध्यम से कॉपियों का मूल्यांकन होगा।
इनकी रही मौजूदगीबैठक में परीक्षा नियंत्रक डॉ। पीके पाणि, डीन साइंस डॉ। रवींद्र सिंह, डीन हम्यूनिटी डा। एसपी मंडल, डीन सोशल साइंस डा। जेपी मिश्रा, डीन कॉमर्स डॉ। बीएन ओझा, डीन मेडिसिन डॉ। एएससी श्रीवास्तव, मेडिकल कॉलेज के प्रतिनिधि डॉ। एनके सिन्हा उपस्थित थे।
सर्टिफिकेट पर सिग्नेचर करेंगी वीसी परीक्षा बोर्ड की बैठक 14900 डिग्री पर हस्ताक्षर न होने का मामला भी उठा। यह प्रोवीसी के कार्यालय में पेंडिंग था। इस पर वीसी ने कहा कि इसे वे आवश्यकतानुसार हस्ताक्षर करेंगी। शोध गंगा पर अपलोड करने होंगे शोध विवि के अलग-अलग विभागों में होने वाले शोध कार्यो को शोधगंगा को अपलोड करने का निर्णय लिया । पांच शोधार्थियों का परिणाम जारी करने पर भी सहमति बनी। पूर्णाक गलत होने पर कॉलेजों का चेतावनी कोल्हान के तीन कॉलेजों को पूर्णाक गलत देने पर कड़ी फटकार लगाई गई तथा इन कॉलेजों के प्राचार्य को आगे ऐसा नही करने का समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करने को कहा गया। यूजी की परीक्षा में छात्र हित में सभी को औसत मार्क्स देकर परीक्षा में उत्तीर्ण कराने का निर्णय लिया गया। इन प्रस्तावों का नहीं हुआ अनुमोदन :-बीसीए, बीबीए में चतुर्थ सेमेस्टर में बैक लगने के बाद छात्रों ने छठे सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने की अनुमति मांगी थी। इसे ठुकरा दिया गया।
-बीएड थर्ड सेमेस्टर में फेल होने वाले विद्यार्थियों की विशेष परीक्षा का प्रस्ताव भी ठुकराया गया।