केयू के कन्वोकेशन की सुगबुगाहट शुरू
जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय में नए राज्यपाल के आने के बाद अब पांचवें दीक्षा समारोह की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इसे लेकर सोमवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गंगाधर पंडा की अध्यक्षता में ऑनलाइन आयोजित की गई। इसमें निर्णय लिया गया कि पांचवे दीक्षा समारोह के आयोजन को लेकर राज्यपाल से दिशा-निर्देश प्राप्त किया जाएगा तथा आयोजन की तिथि लेने का प्रयास किया जाएगा। आयोजन किस तरीके का होगा, यह कुलाधिपति तय करेंगे। इसमें वर्ष 2020 में पास आउट छात्र को भी शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया। वर्ष 2020 में पास आउट छात्रों की सूची बनाने का निर्देश परीक्षा विभाग को दिया गया।
¨सडकेट में झामुमो का प्रतिनिधित्व न होने पर नाराजगीकोल्हान विश्वविद्यालय के ¨सडिकेट में झामुमो और झारखंड छात्र मोर्चा तथा सीनेट में झारखंड छात्र मोर्चा (जेसीएम) का प्रतिनिधित्व न होना अब साल रहा है। जेसीएम ने इसे लेकर झामुमो जिलाध्यक्ष सह घाटशिला के विधायक सह अन्य विधायकों के समक्ष अपनी नाराजगी जताई है तथा जल्द से जल्द ¨सडिकेट में झामुमो एवं जेसीएम तथा सीनेट में जेसीएम द्वारा चयनित प्रतिनिधि को शामिल करवाने की मांग की गई है। इस संबंध में सोमवार को झामुमो जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन को जेसीएम के कोल्हान अध्यक्ष अरुण मुर्मू एवं जिलाध्यक्ष कृष्णा कुमार कामथ की ओर से मांग पत्र सौंपा गया। इस मांग पत्र में इन पदों पर जेसीएम द्वारा चयनित छात्रों की सूची भी समर्पित की गई है। समर्पित सूची में ¨सडिकेट सदस्य के रूप में रजनी दास, कृष्णा कुमार कामथ तथा सीनेट सदस्य के रूप में खुशबु लामा, निर्मल किस्कु, नरेश मंडल के नाम शामिल है। इस मौके पर कोल्हान अध्यक्ष अरुण मुर्मू ने कहा कि ¨सडिकेट एवं सीनेट में छात्रों का प्रतिनिधित्व न होने से विश्वविद्यालय अपनी मनमानी कर रहा है। ¨सडिकेट में तो न तो झामुमो और न जेसीएम का कोई सदस्य है। इन पदों पर प्रतिनिधियों के मनोनयन में काफी विलंब हो चुका है। ¨सडिकेट में तो भाजपा के लोग ही ज्यादें हैं।