अब आसान नहीं टाटा स्टील प्लांट का विस्तारीकरण
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में 11 मिलियन टन से ज्यादा विस्तारीकरण मुश्किल और चुनौतीपूर्ण है। क्योंकि कंपनी शहर के बीचो-बीच है और इसके आसपास 10 लाख से ज्यादा आबादी निवास करती है। जेआरडी टाटा स्पोटर्स काम्प्लेक्स में शनिवार सुबह पत्रकारों से बात करते हुए टाटा स्टील के सीइओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने ये बातें कहीं।
देश में ऐसा कोई प्लांट नहीं उन्होंने कहा कि देश में ऐसा कोई प्लांट दूसरा नहीं हो जहां शहर के बीच 1700 एकड़ जमीन पर 11 मिलियन टन स्टील का उत्पादन करता हो। यहां बहुत सोच-समझकर ही विस्तारीकरण की दिशा में आगे बढ़ना होगा। इसके लिए इंजीनिय¨रग टीम काम कर रही है। स्टील बाजार नरमबकौल टीवी नरेंद्रन, पिछले डेढ़ माह से स्टील बाजार और मांग, दोनो नरम है। स्टील कीमत में लगभग 100 डॉलर की कमी आइ है। लिक्विड मनी में कमी के कारण छोटे व लघु उद्योगों पर भी इसका असर पड़ा है। चाइना में स्लो डाउन का असर दिख रहा है, लेकिन चाइनीज नववर्ष के बाद स्थिति सुधरने की उम्मीद है। वहीं, जनवरी से लेकर जून तक का माह स्टील बाजार के लिए बेहतर होता है। उम्मीद है कि 2019 के चुनावी मौसम में बाजार में बेहतर सुधार दिखेगा।
केपीओ, भूषण स्टील पर फोकस
टीवी नरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में हमारा फोकस कलिंगानगर के दूसरे चरण में विस्तारीकरण पर है। ये कंपनी आबादी से दूर है और हम कंपनी की क्षमता को तीन मिलियन टन से बढ़ाकर आठ मिलियन टन कर रहे हैं। वहीं, भूषण स्टील भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। 5.5 मिलियन टन क्षमता वाली कंपनी अधिग्रहण के समय 3.5 एमटी स्टील का उत्पादन कर रही थी। हमारी कोशिश है कि यहां पूरी क्षमता से स्टील का उत्पादन हो। ऊषा मार्टिन का चार माह में अधिग्रहण उन्होंने बताया कि उषा मार्टिन अधिग्रहण में तीन-चार माह का समय और लगेगा। इसके बाद यहां से भी एक एमटी स्टील का उत्पादन होगा। जल्द ही टाटा स्टील 25 एमटी उत्पादन करने वाली कंपनी बन जाएगी।