गोली लगने के सातवें दिन हुई गब्बर की मौत
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: गोली लगने के सातवें दिन मानगो निवासी इम्तियाज खान उर्फ गब्बर की मौत हो गई। 26 नवंबर को जमीन कारोबारी इम्तियाज और कार ड्राइव कर रहे उसके साथी चंद्रशेखर गौड़ उर्फ मिस्टर को एमजीएम थाना अंतर्गत एनएच-33 पर स्थित पिपला में अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर दिया था। इम्तियाज ने रविवार की सुबह 10.30 बजे उसने कोलकाता के कोठारी मेडिकल सेंटर में दम तोड़ दिया। जबकि गब्बर के साथ गोली के शिकार बने चंद्रशेखर गौड़ उर्फ मिस्टर का इलाज कोलकाता के ही अपोलो अस्पताल में चल रहा है। उसकी स्थिति में निरंतर सुधार हो रही है। इस मामले में चंद्रशेखर गौड़ के बयान पर शूटर छोटे बाबा उर्फ राजकुमार सिंह, दिवाना और साजिशकर्ता चार लोगों के खिलाफ एमजीएम थाना में मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने साजिशकर्ता चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। तीन दिनों के बाद फाय¨रग करने वाले शूटर छोटे बाबा उर्फ राजकुमार सिंह तथा दिवाना पुलिस के दबाव के कारण कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दोनों आरोपित को रविवार को रिमांड पर लिया है।
हुई थी 10 राउंड फायरिंग26 नवंबर को स्वीफ्ट कार के अंदर जमीन कारोबार से जुड़े इम्तियाज व उसके सहयोगी कार चालक चंद्रशेखर गौड़ को गोली मार दी गई थी। हमलावर 10 राउंड फाय¨रग करने के बाद आसानी से निकले थे। जाते-जाते हमलावर 10 लाख रुपये नकद के अलावा टैब, मोबाइल, पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आइडी कार्ड आदि अपने साथ लेते गए। घायल दोनों व्यक्ति को निजी वाहन से इलाज के लिए टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में भर्ती कराया गया। यहां से चंद्रशेखर गौड़ को कोलकाता अपोलो और बाद में गब्बर को कोठारी मेडिकल सेंटर मे भर्ती कराया गया था। गब्बर को घटना के दिन से ही होश नहीं आया।
नहीं हो पाया पोस्टमार्टम कोलकाता के कोठारी मेडिकल सेंटर में इलाज के दौरान मौत होने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजवा दिया। रविवार होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इसके अलावा जरूरी कागजात भी कोलकाता में उपलब्ध नहीं थे। मानगो थाना प्रभारी अरुण कुमार महथा के प्रयास से एक पत्र लिखकर कोलकाता भेजा गया। उस पत्र के आधार पर कोलकाता पुलिस शव को परिजन को सौंपेगी। कोलकाता में सोमवार को शव का पोस्टमार्टम होगा। इसके बाद शव को जमशेदपुर लाया जाएगा।