फेसलेस टैक्टेशन और अपील के पहलुओं की मिली जानकारी
जमशेदपुर (ब्यूरो): गोलमुरी स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को पहले सत्र में चतुर्थ विषय लेखा मानकों में होने वाली साधारणतया गलती के बारे में अहमदाबाद से आये सीए चिंतन पटेल ने अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने इंड एएस लेखांकन मानक एवं अनुसूची आईआईआई में आये बदलाव के बारे में बताया। इस सेशन के चेयरमैन सीए प्रताप कुमार बर्मन थे। सारे पहलुओं को समझाया
द्वितीय सत्र में कार्यक्रम के पांचवें एवं अंतिम विषय इनकम टैक्स एक्ट के अंतर्गत फेसलेस एसेसमेंट और अपील से संबंधित था, जिसके वक्ता नई दिल्ली के सीए सौमिल अग्रवाल थे। उन्होंने काफी विस्तारपूर्वक फेसलेस कराधान और अपील के सारे पहलुओं को समझाया। उन्होंने बताया कि करदाताओं को राहत देते हुए आयकर विभाग ने फेसलेस असेसमेंट की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। कहा कि इस बदलाव के अंतर्गत करदाताओं के लिए अपील और व्यक्तिगत सुनवाई को और आसान बनाया गया है। अब टैक्स वसूली या नोटिस के खिलाफ अपील करने पर मामले की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग या वीडियो कॉलिंग के जरिए भी की जा सकेगी। गौरतलब है कि पहले इस स्कीम के तहत टैक्सपेयर को सभी जरूरी जानकारियां ऑनलाइन भेजनी होती थीं। इसके अलावा यदि किसी को अपनी बात अधिकारी के समक्ष रखनी होती थी तो उसके लिए खासतौर पर इजाजत लेनी पड़ती थी। यही नहीं इनकम टैक्स के चीफ कमिश्नर या फेसलेस अपील सेंटर के डायरेक्टर जनरल की अनुमति के बाद ही यह संभव होता था। अब सीबीडीटी ने इस लंबी प्रक्रिया को आसान बनाने का काम किया और अनुमति लेने जैसे झंझटों से निजात दिलाई है। इस सेशन के चेयरमैन सीए विवेक चौधरी थे। दो दिवसीय शैक्षणिक कार्यक्रम का सफल संचालन सचिव सीए योगेश शर्मा ने किया। इनका रहा योगदान वेबिनार में वक्ताओं का परिचय संस्था के उपाध्यक्ष सीए अंकिता अग्रवाल और मुकुंद केडिया ने संयुक्त रूप से दिया। कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष सीए पंकज सिंघारी, सिकासा अध्यक्ष सीए सिद्धार्थ खंडेलवाल, सीए सुगम सरायवाला, सीए रमेश अग्रवाल, सीए प्राणनाथ सिंघारी, सीए किशन चौधरी, सीए प्रतीक भदानी आदि मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन संयोजक सीए प्रभात सक्सेरिया ने दिया।