जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक बार फिर से लापरवाही सामने आई है। गुरुवार को इमरजेंसी विभाग में एक मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिली और उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसके स्वजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। मौके पर भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विमल बैठा भी पहुंचे। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत अधीक्षक डॉ। संजय कुमार से की। अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए खुद इमरजेंसी विभाग गए और मृतकों के स्वजनों से पूछताछ की।

हो रही मामले की जांच

इसके बाद उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, पटमदा निवासी मंगली सिंह (44) को सांस लेने में परेशानी होने पर उसे बुधवार को भर्ती किया गया। उस दौरान चिकित्सक ने देखा और ऑक्सीजन लगाने की सलाह दी। इसके बाद महिला को ऑक्सीजन चढ़ रहा था। रात में ऑक्सीजन खत्म हो गई। इसके बाद महिला को सांस लेने में परेशानी होने लगी। इसकी शिकायत ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व नर्सों से की गई लेकिन किसी ने नहीं सूनी। अंत में गुरुवार की सुबह मरीज की मौत हो गई। इसके बाद भाजपा नेता सहित मृतक के स्वजन प्रशासनिक भवन के सामने बैठकर विरोध प्रदर्शन किया।

टीकाकरण केंद्रों का किया निरीक्षण

ग्राम पंचायत पश्चिमी घोड़ाबांधा और परसुडीह क्षेत्र के पूर्वी हलुदबनी पंचायत भवन में चल रहे कोविड-19 टीकाकारण अभियान का जुगसलाई के विधायक मंगल का¨लदी ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों से व्यवस्था के बारे में पूछा। लोगों ने वैक्सीनेशन कार्य को संतोषप्रद बताया। पूर्वी हलुदबनी पंचायत की मुखिया ने कहा कि विभिन्न कंपनियों में कार्यरत ग्रामीण क्षेत्र के ठेका मजदूर कंपनी प्रबंधन के तानाशाही रवैये से परेशान हैं.मजदूरों को बगैर टीका के कंपनी में प्रवेश नही करने दिया जा रहा है। ऐसे में टीका से वंचित कई मजदूर बेरोजगार हो गए है। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन को अपने मजदूरों के लिए टीका की व्यवस्था स्वयं करना चाहिए ताकि पंचायत में लग रहे वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर लोड कम हो। गुरूवार को पूर्वी हलुदबनी पंचायत भवन में आयोजित टीकाकरण कार्यक्रम में लोग सुबह पांच बजते ही पहुंच गए। महज 250 डोज के कारण कई लोगों को बगैर टीका लिए ही निराश होकर लौटना पड़ा।

Posted By: Inextlive