जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में हाई परफॉर्मेस सेंटर शुरू
JAMSHEDPUR: टाटा फुटबॉल अकादमी, हॉकी अकादमी, तीरंदाजी अकादमी के अलावा जमशेदपुर एफसी के पेशेवर खिलाडि़यों को ट्रेनिंग के लिए अब अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में शुक्रवार को चाणक्य चौधरी (उपाध्यक्ष, कॉरपोरेट सर्विसेज, टाटा स्टील) ने इसकी शुरुआत की। इस मौके पर जुस्को के प्रबंध निदेशक तरुण डागा व डॉ। राजन चौधरी (जीएम, मेडिकल सर्विसेज, टाटा स्टील) भी मौजूद थे। चाणक्य चौधरी ने बताया कि पूर्वी भारत में यह अपने तरह का पहला हाई परफॉर्मेस सेंटर है। भुवनेश्वर में भी इसी तरह की सुविधा विकसित की गई है। लौहनगरी में हाई परफॉर्मेस सेंटर की जरूरत काफी दिनों से महसूस की जा रही थी। यहां टाटा फुटबॉल अकादमी, टाटा तीरंदाजी अकादमी, टाटा एथलेटिक्स अकादमी, नवल टाटा हॉकी अकादमी के अलावा इंडियन सुपर लीग में खेलने वाली जमशेदपुर एफसी की टीम है। ऐसे में खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा का लाभ उठा पाएंगे। यह सेंटर स्पोर्ट्स साइंस पर आधारित है। यहां स्ट्रेंथ व कंडीशनिंग कोच, मनोवैज्ञानिक, न्यूट्रिशन एक्सपर्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, मसाजर व स्पोर्ट्स एनालिस्ट की सुविधा होगी।
सेंटर की सुविधाएंवीओ 2 मैक्स : वीओ 2 मैक्स से ह्रदय की गति के बारे में जानकारी हासिल किया जाता है। इस तकनीक के जरिए किसी खिलाड़ी की धड़कन से यह पता चलता है कि वह कितना फिट है।
हाइड्रोथेरेपी : इसमें तरणताल में व्यायाम कराया जाता है, ताकि खेल के दबाव को कम किया जा सके। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है, साथ ही जोड़ों के दर्द के लिए भी कारगर है।
हाईपोक्सिक चैंबर : ऐसी जगह, जहां ऑक्सीजन की कमी होती है, वहां अपने प्रदर्शन को कैसे बेहतर कर सके, इसके लिए हाईपोक्सिक चैंबर का उपयोग किया जाता है। समुद्र तल पर ऑक्सीजन का कंसंट्रेशन 20.9 होता है, लेकिन इसे 10.1 फीसद तक कम कर अभ्यास कराया जाता है। क्रायोथेरेपी : मांसपेशियों में दर्द से निजात दिलाता है। यह डैमेज टिशू को हटाने में सहायक होता है। इस थेरेपी में -180 डिग्री तक तापमान कम किया जाता है।