उफनाई खरकई, खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर पहुंचा जलस्तर
बागबेड़ा का नया बस्ती जलमग्न, सुरक्षित स्थानों में पहुंचाए गए लोग
जमशेदपुर : पिछले कई दिनों से रूक-रूककर हो रही बारिश के बाद बुधवार को खरकई नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार गया। शाम आठ बजे खरकई नदी का जलस्तर खतरे के निशान से तीन मीटर अधिक दर्ज किया गया। बुधवार शाम आठ बजे खरकई का जलस्तर 132.29 मीटर दर्ज किया गया था, जो खतरे के निशान से 3.29 मीटर अधिक है। खरकई नदी में खतरे का निशान 129 मीटर पर है। जलस्तर बढ़ने से बागबेड़ा और जुगसलाई के निचले इलाकों में नदी का पानी घुस गया। बागबेड़ा नया बस्ती के 40 से 45 घरों में नदी का पानी घुसा। बस्ती में चारों ओर पानी ही पानी था। सभी सड़कें जलमग्न हो गए थे। वहीं सिदो-कान्हू बस्ती में भी दी का पानी पहुंच गया। वहीं हाल जुगसलाई के निचले इलाकों का रहा। निचले इलाकों में शाम करीब 5.30 बजे से पानी का आना शुरू हो गया था। बरसात के दिनों में हर वर्ष अधिक बारिश होने पर बागबेड़ा और जुगसलाई के निचले इलाकों में यही स्थिति रहती है। मौसम विभाग के भारी बारिश होने की चेतावनी सुनते ही इस क्षेत्र के लोगों की धड़कनें तेज हो गई थी। बुधवार को नदी का बढ़ता जलस्तर को देखकर लोग दोपहर बाद तीन बजे से ही घर के सामानों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया था। स्थिति से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों के साथ जिला परिषद सदस्य किशोर यादव, भाजपा नेता सुबोध झा समेत सभी जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद थे। बागबेड़ा के प्राथमिक विद्यालय को खोल दिया गया था। वहीं स्थिति विकट होने पर सरस्वती शिशु मंदिर को भी खोलने की तैयारी की गई थी। ओडिशा के ब्यांगबिल और खरकई डैम के फाटक खोले जाने के बाद नदी में एक हजार क्यूमेक पानी अतिरिक्त आ रहा है।
11 बजे के बाद से ही बढ़ना शुरू हुआ नदी का जलस्तरखरकई नदी का जलस्तर बुधवार को सुबह करीब 11 बजे के बाद से ही बढ़ना शुरू हो गया था। 11 बजे नदी का जलस्तर 127.67 मीटर था, जो 12 बजे 127.75 मीटर पहुंचा। इसके बाद नदी का जलस्तर बढ़ता ही रहा। दोपहर दो बजे नदी का जलस्तर 128.20, चार बजे 129.50, शाम छह बजे 131.30 और आठ बजे 132.29 मीटर दर्ज किया गया। शाम चार बजे ही नदी का जलस्तर खतरे के निशान को करीब आधा मीटर पार कर गया था। देर शाम करीब नौ बजे से नदी में पानी बढ़ने का रफ्तार कम हो गया। वहीं स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर शाम करीब पांच बजे से बढ़ना शुरू हुआ। शाम पांच बजे नदी का जलस्तर 118.70 मीटर दर्ज किया गया था, जो छह बजे 119.44, सात बजे 120.40 और शाम आठ बजे 121.00 मीटर तक पहुंचा। स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा था। ब्यांगबिल और खरकई डैम के फाटक खोले जाने के बाद नदी का बढ़ते जलस्तर के कारण चांडिल डैम के सभी रेडियल गेट बुधवार को बंद कर दिए गए थे। चांडिल डैम का जलस्तर बुधवार को 180.70 मीटर था।
88.1 मिमी हुई बारिशबंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब का क्षेत्र और अधिक गहरा हो गया है। इसके कारण कोल्हान समेत पूरे राज्य में गुरुवार को भी झमाझम बारिश होगी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार गुरुवार को मुसलाधार बारिश होने के साथ ही इस माह के अंत तक रोज बारिश होने की संभावना है। इस दौरान वज्रपात भी हो सकता है। मंगलवार की देर रात जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार शहर में पिछले 24 घंटे के दौरान 88.1 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। गुरुवार को मुसलाधार बारिश होने पर लौहनगरी की स्थिति और अधिक विकट होगी। जलस्तर बढ़ने पर चांडिल डैम के फाटक भी खोले जाएंगे। ऐसे में खरकई के साथ स्वर्णरेखा नदी भी उफान पर होगी। ऐसा होने पर बागबेड़ा, जुगसलाई के साथ सोनारी, कदमा, कपाली मानगो आदि क्षेत्र में भी नदी किनारे और निचले इलाके में स्थित घरों में जलजमाव की स्थिति बनेगा।
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