नर्स की लापरवाही ने ली मासूम बच्ची की जान
चाईबासा : सर्पदंश की शिकार एक नौ साल कच् बच्ची की शुक्रवार अहले सुबह चाईबासा स्थित सदर अस्पताल में मौत हो गयी। परिजनों ने मौत का कारण इलाज में लापरवाही बताते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा किया। इसके बाद मामले की जांच करने डीडीसी आदित्य रंजन सदर अस्पताल पहुंचे। जांच में प्रथम दृष्टया ड्यूटी पर तैनात नर्स रूना राय की लापरवाही सामने आयी। डीडीसी ने तत्काल नर्स को सस्पेंड करने का आदेश देते हुए सदर थाना कच् बच्ची के परिजनों का बयान लेकर मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सदर पुलिस आरोपी नर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। समाचार लिखे जाने तक मामले में किसी तरह की प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। मृच् बच्ची का नाम प्राची कुमारी है। वो पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की छात्रा थी।
डीसी ने गठित की जांच कमिटीइधर, उपायुक्त अरवा राजकमल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। इसमें डीडीसी आदित्य रंजन, सदर अनुमंडल पदाधिकारी परितोष ठाकुर और सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमर पांडेय को रखा गया है। यह समिति दो दिनों में जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद दोषी पाये जाने वाले अस्पतालकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मामलामृच् बच्ची की मां पुतुल देवी ने बताया कि गुरुवार की शाम को तेज बारिश की वजह से घर के अंदर रखा बिस्तर भींग गया था। इस वजह से प्राची जमीन पर ही सो गई। रात में एक बजे वो रोकर उठी और बोली कि कुछ काटा है। हम लोगों ने लाइट जलाकर देखा तो एक सांप घर से बाहर निकल रहा था। इसके बाद हम लोग तुरंत बेटी को लेकर सदर अस्पताल आ गए। यहां डाक्टर ने एंटी वेनम इंजेक्शन देकर स्लाइन चढ़ा दिया। करीब एक घंटा बाच् बच्ची की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर हम लोगों ने ड्यूटी पर तैनात नर्स को आवाज दी, मगर वो नहीं आई। सुबह करीब चार बजच् बच्ची की मौत हो गई। अगर नर्स समय पर आकरच् बच्ची को देख लेती और डॉक्टर को बुला लेती तो मेरी बेटी की जान बच सकती थी।
वर्जनसदर अस्पताल में इलाज में लापरवाही की वजह से सर्पदंश की शिकार च्क बच्ची की मौत की सूचना मिली है। मामले में दोषी नर्स को सस्पेंड करने का आदेश दिया गया है। साथ ही डीडीसी को इस प्रकरण की गहनता से जांच कर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-अरवा राजकमल, डीसी, पश्चिमी सिंहभूम।