एनएच फोरलेन निर्माण में एनओसी बना ब्रेकर
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : छोटा गोविंदपुर में अन्ना चौक से लुआबासा होते हुए रांची-बहरागोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 पर चांदनी चौक तक प्रस्तावित 10.5 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क के लिए वन विभाग की एनओसी अब तक नहीं मिली है। इस वजह से 62 करोड़ रुपये की लागत वाली इस फोरलेन सड़क का निर्माण तेजी से नहीं हो पा रहा है। गौरतलब है कि ये सड़क ईस्टर्न कोरीडोर का हिस्सा है। इस सड़क के जरिए टेल्को इलाके के बड़े वाहन मानगो पुल की तरफ आने की बजाय गोविंदपुर होते हुए सीधे एनएच 33 पर पहुंच जाएंगे।
लंबित है मामलापथ निर्माण विभाग (आरसीडी) ने 14 महीने पहले केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को एनओसी के लिए आवेदन दिया था लेकिन मामला अब तक लंबित है। ऐसे में निर्माण कार्य की गति धीमी हो चुकी है और यह मामला नहीं सुलझा तो फोरलेन का काम पूरी तरह ठप भी हो सकता है।
सुस्त हो चुका है निर्माण कार्य अन्ना चौक से चांदनी चौक तक प्रस्तावित फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। लेकिन, जमीन की उपलब्धता में पेच के चलते निर्माण कार्य सुस्त है। लेकिन, अगर वन विभाग की एनओसी जल्द नहीं मिली तो ये निर्माण कार्य ठप हो सकता है। नहीं हटा है एन्क्रोचमेंटखास बात है कि एनएच फोरलेन निर्माण को लेक अतिक्रमण भी नहीं हटाया गया है। वहीं, वन विभाग की जमीन का भी पेच है। जिस जमीन पर सड़क का चौड़ीकरण होना है उसमें से 17 हेक्टेयर जमीन वन विभाग की है। पथ निर्माण विभाग ने अक्टूबर 2017 में ही केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय को इसके लिए आवेदन किया था। लेकिन, अब तक एनओसी नहीं मिली है। इस पर पथ निर्माण विभाग ने मंत्रालय को पत्र भेज कर एनओसी जल्द देने को कहा है। ताकि फोरलेन सड़क का निर्माण निर्बाध रूप से चलता रहे।