भिलाई पहाड़ी के अवैध डिपो से 10 लाख की लकड़ी जब्त
JAMSHEDPUR: जमशेदपुर की डीएफओ ममता प्रियदर्शी के निर्देश पर एसीएफ अशोक कुमार सिंह, मानगो के रेंजर रामबाबू कुमार, फारेस्टर व वनकर्मी के साथ भिलाई पहाड़ी स्थित अवैध रूप से संचालित लकड़ी डीपो पर छापेमारी कर बड़ी मात्रा में लकड़ी जब्त किया। इस दौरान संचालक विजय गुप्ता फरार होने में कामयाब हो गया। इस संबंध में वन परिसर पदाधिकारी भिलाई पहाड़ी परिसर के विनय कुमार के बयान पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में मामला दर्ज कराया गया।
वन विभाग ने की छापेमारीअपने बयान में विनय कुमार ने कहा है कि टाटा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग 33 के किनारे जगन्नाथपुर मौजा भिलाई पहाड़ी के पास अवैध रूप से पटरा साइज व जलावन का भडांर कर व्यापार किया जा रहा था। ह्यसूचना के बाद वन विभाग के पदाधिकारी से लेकर कर्मचारी तक छापेमारी करने पहुंच गयी। वन विभाग की टीम को देखते हुए डिपो संचालक व मजदूर भाग गए। इस दौरान लगभग मिश्रित पटरा साइज 5000 सीएफ्टी एवं 60 मिट्रिक टन स्क्रैप जलावन पाया गया। कार्रवाई करते हुए डीपो को सील कर दिया गया। आसपास के लोगों से जब पूछा गया तो पता चला कि अवैध डिपो का संचालक विजय गुप्ता पुराना बस्ती ग्वालापाड़ा जुगसलाई का रहने वाला है।
संचालक के खिलाफ मुकदमासंचालक के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 एवं स्टेट अमेंडमेंट बिहार वन अधिनियम 9-1990 की धारा 41, 42, 52 के अलावा 1983 के नियम 4 के तहत संज्ञेय अपराध से संबंधित धारा लगाकर मुकदमा किया गया है।
मामला दर्ज किया गया है। अवैध डिपो संचालक या जंगल से लकड़ी काटने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ममता प्रियदर्शी, वन प्रमंडल पदाधिकारी, जमशेदपुर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगीरेलवे के आईआरसीटीसी में ठेकेदार के अधीन नौकरी दिलाने के नाम पर चार युवकों से 36,600 रुपये की ठगी की गई है। ठगों द्वारा रुपये वापस लौटाने का आश्वासन देने पर पीडि़त युवको ने थाना में शिकायत नहीं की है। ठगी का आरोपित जुगसलाई का रहने वाला है। उसने एक युवक से 11,600 रुपये, एक से पांच हजार रुपये, एक युवती और एक युवक से 10-10 हजार रुपये नौकरी दिलाने के नाम पर ठग लिए थे। ठग के आरोपित ने जुगसलाई निवासी कृष्णा मधेशिया को आईआरसीटीसी का पहचान पत्र दिया तो अन्य युवक उक्त पहचान पत्र लिया और टाटानगर स्टेशन पहुंच गए। स्टेशन में पहचान पत्र दिखाकर पूछताछ की तो पहचान पत्र फर्जी बताया गया। तब सभी युवक आरोपित से अपने दिए हुए रुपये मांगने लगे। आनाकानी करने पर युवक जुगसलाई थाना पहुंचे। जहां उसने पुलिस की मौजूदगी में रुपये वापस करने का आश्वासन दिया, तब युवकों ने शिकायत दर्ज नहीं कराई।