कोरोना से जंग को 5 हजार ऑक्सीजन सिलिंडर
-ईस्ट सिंहभूम में चल रही है युद्ध स्तर पर तैयारी
-स्वास्थ्य सचिव डॉ। नितिन मदन कुलकर्णी मिला है निर्देश जमशेदपुर। झारखंड में कोरोनावायरस संक्त्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या से हर कोई चिंतित है। कोरोना संक्त्रमण जंग के लिए ईस्ट सिंहभूम में युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ऑक्सीजन व वेंटिलेटर की जरूरत अधिक पड़ेगी। इसे देखते हुए जिले में पांच हजार ऑक्सीजन सिलिंडर रिजर्व करने की कवायद शुरू हो गई है। ईस्ट सिंहभूम के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस तरह की व्यवस्था करने का निर्देश स्वास्थ्य सचिव डॉ। नितिन मदन कुलकर्णी ने दिया है। राज्य सरकार द्वारा यह पहल केंद्र सरकार के उस आदेश के आलोक में की गई है, जिसमें सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है, ताकि कोरोनावायरस संक्त्रमित मरीजों के ट्रीटमेंट में कोई परेशानी नहीं हो। इनसे कांटेक्ट करने की सलाहस्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि अगर उन्हें
ऑक्सीजन आपूर्ति से संबंधित किसी तरह की कठिनाई हो रही है तो इसके लिए अखिल भारतीय औद्योगिक गैस निर्माता संघ के नियंत्रण कक्ष के आपातकालीन नंबरों पर संपर्क कर समस्या का समाधान कर ऑक्सीजन की व्यवस्था करें। 30 मार्च को हुआ था उद्घाटनकोरोना जैसे महामारी को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने 30
मार्च को ही महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में ऑक्सीजन गैस प्लांट का उद्घाटन किया है, ताकि मरीजों के हर बेड तक आसानी से पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन पहुंचाया जा सके। डॉक्टरों का कहना है कि एमजीएम में गैस प्लांट शुरू हो जाने से शहर में ऑक्सीजन की कमी होने की फिलहाल कोई संभावना नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर ऑक्सीजन सिलिंडर का स्टॉक किया जा रहा है, ताकि जरूरत होने पर शहर के अन्य अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों तक भी उसे पहुंचाया जा सके। ------------------------------ है थोड़ी राहत की बात जमशेदपुर के लिए राहत की बात यह है कि अभी तक यहां एक भी कोरोना के मरीज नहीं मिला है। हालांकि, संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पूर्वी सिहंभूम जिले में अबतक 159 संदिग्ध मरीज मिले हैं। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब में 25 संदिग्ध मरीजों की जांच चल रही है।