महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में एलबीएसएम कॉलेज की मनोविज्ञान की प्रोफेसर प्रमिला किस्कू शामिल हुईं.


जमशेदपुर (ब्यूरो): जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में 'ड्रग एब्यूज अवेयरनेस कैंपेनÓ चलाया जा रहा है। इसके तहत सप्ताह भर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में एलबीएसएम कॉलेज की मनोविज्ञान की प्रोफेसर प्रमिला किस्कू शामिल हुईं। उन्होंने नशे के प्रति विद्यार्थियों को सचेत करते हुए कहा कि नशा का सेवन अक्सर यह कह कर किया जाता है कि किसी समस्या के कारण वे मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं, इसलिए नशा कर रहे हैं, परंतु इससे समस्या का समाधान नहीं होता, बल्कि नशा करने की बुरी लत के रूप में एक नई समस्या सामने आ जाती है। इससे छुटकारा पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।खोजा जाए समाधान


इस मौके पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ सत्यप्रिय महालिक ने कहा कि नशे की गिरफ्त में आया व्यक्ति अपने धन के साथ, अपना तन और अपने परिवार को भी बर्बाद करने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि कोई समस्या होने पर उसका समाधान खोजा जाए न कि नशा के रूप में एक नई समस्या को आमंत्रित किया जाए। इनकी रही मौजूदगी

इस सेमिनार में डॉ अनिल चंद्र पाठक, डॉ जावेद इकबाल, प्रो। हरेंद्र पंडित, प्रो। श्वेता कुमारी, प्रो। मीतू आहूजा, प्रो। संजू आदि उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन मनोविज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ वाजदा तबस्सुम और धन्यवाद ज्ञापन डॉ। संगीता कुमारी ने किया।

Posted By: Inextlive