धनतेरस में 165 करोड़ का हुआ कारोबार
JAMSHEDPUR: धनतेरस पर सोमवार की दोपहर से ही शहर का बाजार गुलजार रहा। सबसे अधिक भीड़ ऑटोमोबाइल सेक्टर में रही। शोरूम में लोगों ने बाइक और कार की जमकर खरीदारी की। ज्वेलरी शॉप्स में सुबह से ही देर रात तक ग्राहक खरीदारी करते रहे। वहीं, इलेक्ट्रानिक बजारों में जमकर खरीदारी हुई। बर्तन बजारों में भी खरीदारों की भीड़ उमड़ी। जमशेदपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स और कारोबारियों के मुताबिक धनतेरस पर 165 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।
इलेक्ट्रॉनिक्स के बड़े सामान बिकेशहर में ऑनलाइन शापिंग का ट्रेंड बढ़ने से इलेक्ट्रानिक्स मार्केट में थोड़ी कम रौनक रही। अब महज बड़े सामान खरीदने के लिए लोग इलेक्ट्रानिक मार्केट में दिखे। मोबाइल, आयरन, होम थियेटर, मिक्सर ग्राइंडर सहित छोटे समान लोग ऑनलाइन शापिंग के माध्यम से ही खरीद रहे है। नेशनल इलेक्ट्रानिक के मालिक राजा सिंह ने बताया कि ऑनलाइन बाजार के चलते दुकानों से फ्रिज, वाशिंग मशीन, एलइडी टीवी की ज्यादा बिक्री हुई। धनतेरस पर रियल स्टेट ने भी रफ्तार पकड़ी है। बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, जमशेदपुर के कार्यकारी अध्यक्ष शिबू बर्मन ने बताया कि कई लोगों ने फ्लैट-डुप्लेक्स की बुकिंग कराई, जिससे इस सेक्टर में करीब 25 करोड़ का कारोबार हुआ।
ज्वैलरी मार्केट में बूमधनतेरस के ज्वैलरी मार्केट पर तरह तरह के ऑफर के साथ लोगों ने सोने-चांदी की खरीदारी की। यहां लोग नगद खरीद के साथ एडवांस पेमेंट या स्टॉलमेंट पर लोगों ने आभूषण खरीदे। पिछले साल की तुलना इस साल आभूषणों के साथ ही चांदी के सिक्कों की बिक्री हुई। बाजार में 500 रुपये से लेकर 800 रुपये तक के सिक्के बाजार में मौजूद रहे।
ऑटोमोबाइल पर हुई धनवर्षाधनतेरस पर शहर में ऑटोमोबाइल में सबसे अधिक धन की वर्षा हुई। कारों के साथ ही बाइक मार्केट में पूरे दिन जमकर बिक्री हुई, बिष्टुपुर स्थित मारुति शोरूम के प्रबंधक प्रकाश चंद्र ने बताया कि धनतेरस के अवसर पर शोरूम से 70 कारों की डिलीवरी की गई, जिसमें 60 कारों की बिक्री पहले ही हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि ब्रेजा और बलीनों के कुछ ही मॉडल थे जो देखते ही देखते बिक गए। बाजार में मारुति सुजुकी के साथ ही महिंद्रा और हुंडई कारों की बिक्री हुई। धनतेरस में बाइक एजेंसियों में भी जमकर वर्षा हुई शहर में होंडा की एक्टिवा के साथ ही हीरों, टीवीएस की बाइक्स की जमकर बिक्री हुई। शोरूम के संचालकों के मुताबिक धनतेरस के दिन शहर में सबसे ज्यादा बिक्री हीरो व होंडा की रही, तो इसके बाद बजाज व टीवीएस के बिके। इनमें 40-60 हजार रुपए वाले इकोनामी सेगमेंट के बाइक ज्यादा बिके।
खूब हुई झाड़ू की बिक्री हिंदू मान्यता के मुताबिक धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से घर में मां लक्ष्मी का वास बना रहता है। धनतेरस के बाजार में बर्तन से ज्यादा कोई चीज बिका, तो वह झाड़ू था। बाजार में नारियल झाड़ू 20 से 70 रुपए तक बिके, जबकि फूल झाड़ू 50 से 120 रुपए में मिल रहे थे। साकची, बिष्टुपुर, मानगो समेत विभिन्न इलाकों में झाड़ू की दुकान सजी थीं। फुटपाथ पर भी तरह-तरह के झाड़ू बिक रहे थे। किसकी कितनी हुई बिक्री ज्वेलरी : 80 करोड़ कार : 20 करोड़ बाइक : 15 करोड़ इलेक्ट्रानिक्स : 15 करोड़ इलेक्ट्रिकल : 5 करोड़ बर्तन : 5 करोड़ रीयल इस्टेट : 25 करोड़ कुल बिक्री : 165 करोड़ मिट्टी के दीयों का बढ़ा क्रेजदीपावली आते ही सोशल मीडिया में शुभकामना संदेश के साथ चीनी सामानों का बहिष्कार करने और मिट्टी से बने सामान की खरीददारी करने के संदेश भेजे जा रहे हैं। सोशल मीडिया में फैले इस संदेश का असर यह रहा कि शहर के कई इलाकों में मिट्टी से बने दीयों की जमकर बिक्री हुई। लोगों की भीड़ मिट्टी से बने दीयों की दुकानों पर ज्यादा दिखी।
करीब 250 बाइक बिके वाहन बाजार में धनतेरस की रौनक बाइक शोरूम में दिखी। शोरूम के संचालकों के मुताबिक धनतेरस के दिन शहर में सबसे ज्यादा बिक्री हीरो व होंडा की रही, तो इसके बाद बजाज व टीवीएस के बिके। इसमें 40-60 हजार रुपये वाले इकोनामी सेगमेंट के बाइक ज्यादा थे। नकद ही बिके चांदी के सिक्के धनतेरस के दिन चांदी के सिक्के नकद ही बिके। सभी आभूषण दुकानों में चांदी के सिक्कों के लिए अलग से काउंटर बनाए गए थे, जहां सिर्फ नकदी मांगी जा रही थी। चांदी के सिक्के 500 रुपये से लेकर 23,175 रुपये तक उपलब्ध थे, तो विक्टोरिया और जॉर्ज पंचम के सिक्के भी बिक रहे थे। ब्रिटिश साम्राज्य के ये सिक्के 800 रुपये में बिके।