28 दिन की बेटी को 30 हजार में बेचकर पी गया हडि़या
- पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी क्षेत्र में पिता की करतूत से लोग हैरान
- आरोपित ने कर रखी हैं दो शादियां, घर में हैं कई बच्चे, पूछताछ होने पर हुआ फरार -------- नोवामुंडी (पश्चिमी सिंहभूम) : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत नोवामुंडी प्रखंड के मेरेलगाड़ा गांव के बुधराम चातोंबा ने अपनी 28 दिन की नवजात बेटी को बड़ाजामदा के एक व्यक्ति को 30 हजार रुपये में बेच दिया है। यही नहीं, दोस्तों के साथ हडि़या पीकर उक्त राशि को खर्च कर रहा है। पत्नी जब गर्भवती थी, उसी समय नवजात का सौदा तय हो गया था। आरोपित पेशे से हाइवा चालक है। क्या है मामलामामले की जानकारी मिलने के बाद मानकी सुरेंद्र चातोंबा और मुंडा जयराम हकीकत जानने के लिए शनिवार सुबह मेरेलगाड़ा स्कूल साई स्थित बुधराम के घर पहुंचे। लेकिन वह राशन उठाने का बहाना बनाकर फरार हो गया। उसकी पत्नी ऊंवासी चातोंबा से पूछताछ हुई तो हकीकत सामने आई। ऊंवासी ने बताया कि बुधराम ने दो शादियां की है। पहली पत्नी जानिका चतोंबा से उसे छह बेटियां हैं। जबकि दूसरी पत्नी से तीन बेटी और एक बेटा है। इनमें से एक बेटी को बेच चुका है। फिलहाल दूसरी पत्नी से बड़ी बेटी रश्मि (04), सुनिका (03) व बेटा कृष्णा (02) घर में हैं। चार दिन पहले बेटी को लेने के लिए बड़ाजामदा से एक पुरुष और तीन महिलाएं आई थीं। पत्नी ने कहा कि उसके मना करने के बावजूद बुधराम ने यह कह कर बेटी को उन्हें सौंप दिया कि उसके पास बहुत सारे बच्चे हैं। इन्हें ही पालना मुश्किल हो रहा है। इसे दे देने में कोई हर्ज नहीं है। ऊपर से 30 हजार रुपये भी तो मिल रहे हैं। पत्नी ने कहा कि रुपये मिलने के बाद पति दोस्तों के बीच हडि़या पीने व पिलाने में खर्च कर रहा है। इधर, मानकी सुरेंद्र चातोंबा ने कहा कि पैसे लेकर नवजात को बेचना कानूनन अपराध है। बुधराम चातोंबा ने अपराध किया है। उसको हर हाल में सजा मिलनी चाहिए। फिलहाल वह फरार चल रहा है। खोजबीन चल रही है। वहीं, मुंडा जयराम ने कहा कि जिसने नवजात को खरीदा है। उस पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यदि उसे बच्ची को गोद लेने का शौक था, तो कानूनी प्रक्रिया पूरी कर परिवार और गांव के लोगों की सहमति लेनी चाहिए थी।