एमजीएम की इमरजेंसी में भीड़ से मरीज बेहोश
JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गुरुवार को भीड़ इतनी बढ़ गई कि मरीजों को सांस लेने में परेशानी होने लगी। इसकी वजह से जुगसलाई निवासी मरीज मो। अबीर बेहोश होकर गिर गया। उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। इसके बाद चिकित्सकों ने आनन-फानन में उसे ऑक्सीजन लगाया। कुछ देर के बाद उसकी स्थिति सामान्य हो सकी।
नहीं मिला था बेडमो। अबीर को बुखार होने पर बुधवार की शाम उसे एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया था। बुधवार की दोपहर करीब 12 बजे तक उसे बेड नहीं मिल सका था। इससे उसे कभी कुर्सी पर बैठकर इलाज करा रहा था तो कभी फर्श पर लिटाकर। दोपहर में मरीजों से इमरजेंसी विभाग खचाखच भर गया और मो। अबीर बेहोश होकर गिर गया। चिकित्सकों ने मिर्गी होने की संभावना जतायी है। हालांकि, मरीज के परिजनों ने मिर्गी से इंकार किया है। परिजनों का कहना है कि उसे इससे पूर्व कभी भी चक्कर आने की शिकायत नहीं सामने आई। एमजीएम अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने से मरीजों को बेड मिलना मुश्किल हो गया है। 10 बेड के इमरजेंसी विभाग में 30 बेड लगाए गए है। इसके बावजूद मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा है। फिलहाल इमरजेंसी विभाग में 70 से अधिक मरीज भर्ती हैं।
आफरा-तफरी का माहौल मो। अबीर को गिरने से इमरजेंसी विभाग में आफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। मो। अबीर की स्थिति देखकर दूसरे लोग भी आक्रोशित हो गए और व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए हंगामा किया। उनका कहना था कि आखिर एमजीएम की स्थिति कब सुधरेगी? इसी दौरान अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन की ऊषा सिंह सहित अन्य महिलाएं भी पहुंच गईं और विरोध प्रकट किया।