ईस्ट सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां में खुलेआम सडक़ों के किनारे और अन्य जगहों पर पटाखों की बिक्री हो रही है.


जमशेदपुर (ब्यूरो): भले ही मार्केट में काफी भीड़ है, लेकिन इस बार पटाखों की बिक्री कम ही हो रही है। गत वर्ष भी कोरोना के कारण दुकानदारों को ऐसी ही परिस्थिति से रुबरु होना पड़ा था। इस वर्ष स्थिति सामान्य होने पर अस्थाई पटाखा दुकानदारों में एक आस जगी थी, लेकिन लोगों का रूझान पटाखों की ओर कुछ कम ही देखने को मिल रहा है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों के खुले मैदानों में 387 दुकानदारों ने अपनी दुकानें लगाई हैं। बिक्री कम होने से विक्रेता हैं मायूस
साकची आम बागान मैदान, बिस्टुपुर जी टाउन मैदान, जुगसलाई, बारीडीह, सिदगोड़ा, मानगो सहित अन्य स्थानों पर दुकानें लगी हैं, लेकिन कमोवेश हर जगह ग्राहकों की कमी और ज्यादा से ज्यादा पटाखे खरीदने के प्रति रुझान कम ही देखने को मिल रहा है। लाला और मोहनलाल नामक दुकानदार ने इसके पीछे कोरोना के वजह से लोगों की आर्थिक स्थित का कमजोर होना और पटाखों की कीमतों में 20 प्रतिशत की वृद्धि बताया है। वैसे दुकानदारों को दीपावली के दिन खरीदारी बढऩे की उम्मीद है, लेकिन उन्हें इस बात की भी चिंता है कि अगर बिक्री नहीं हुई तो उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। घटना हुई तो कौन होगा जिम्मेदार


रोड के किनारे पटाखों की दुकान सजने और वहां काफी भीड़ होने के कारण अगर कोई हादसा होता है तो स्थिति गंभीर हो सकती है, लेकिन इसकी परवाह किसी को नहीं है। मार्केट में काफी भीड़ है और लाइसेंस के मुताबिक 5 नवंबर तक बिक्री की अनुमति है। आज दिवाली है और इस दौरान कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा, यह एक अहम और गंभीर सवाल है। दुर्गा पूजा मैदान है खालीजिला प्रशासन द्वारा यहां अस्थायी तौर पर पटाखा बिक्री के लिए सैकड़ों लोगों को लाइसेंस जारी किए गए हैं। गम्हरिया में पटाखों की बिक्री के लिए दुर्गा पूजा मैदान को चिन्हित किया गया है और वहां के लिए अस्थायी लाइसेंस जारी किए गए हैं, लेकिन लाइसेंस में लिखी बातों का विक्रेताओं द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। उनके द्वारा गम्हरिया मार्केट के सर्विस लेन में दुकानें सजा दी गई हैं। सर्विस लेन पर सजी हैं दुकानें

इस सर्विस लेन में पटाखों के साथ ही अन्य वस्तुओं की भी दुकानें सजाई गई हैं। रोड काफी चालू है और इस कारण लगातार लोगों का आना जाना हो रहा है। खरीदारी के लिए भी लोग यहां आ रहे हैं, इस कारण काफी भीड़ हो रही है, लेकिन यहां सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। इस कारण किसी तरह की घटना की स्थिति में बड़ी अनहोनी हो सकती है, लेकिन इसकी परवाह किसी को नहीं है। मामले में एसडीओ रामकृष्ण कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।

Posted By: Inextlive