35.95 परसेंट घटकर पहुंचा पॉजिटिविटी रेट, 3 दिन में 66 डेथ
जमशेदपुर : लौहनगरी के लोगों के लिए गुड न्यूज है। कोरोना के सेकेंड वेव का प्रकोप बढ़ने के सात सप्ताह बाद पॉजिटिविटी रेट बीते मंगवार के 48.93 परसेंट की तुलना में घटकर 35.95 परसेंट पर पहुंच चुका है। वहीं, रिकवरी रेट भी बढ़कर 78.14 परसेंट तक पहुंच चुका है लेकिन मात्र तीन दिन में ही सिटी के 66 लोगों की जान कोरोना ने ले ली है। टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) के स्वास्थ्य सलाहकार डॉ। राजन चौधरी ने शुक्रवार शाम टेली कान्फ्रेंस के माध्यम से यह जानकारी दी।
डेली 60 पेशेंट्सउन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण अभी अपने उच्चतम स्तर पर है और हम उम्मीद कर सकते हैं कि कुछ दिनों में संक्रमण का स्तर कम होगा। लेकिन पिछले तीन दिनों में 181 मरीज टीएमएच में भर्ती हुए हैं यानी हर दिन 60 मरीज। वहीं, कोरोना से मरने वाले दो तिहाई मरीजों की उम्र 60 से 80 वर्ष के बीच और एक तिहाई मरीजों की उम्र 40 से 60 वर्ष के बीच है। इनमें से 90 परसेंट सहित 40 वर्ष से कम एजग्रुप के मरीजों की मौत कोरोना से हुई है।
थर्ड वेव से निपटने की पुख्ता तैयारीडॉ। चौधरी ने बताया कि हम थर्ड वेव से निपटने की युद्धस्तर पर तैयारी कर रहे हैं। केरला समाजम सहित टाटा स्टील तीन-चार अन्य स्थानों में भी बेड की व्यवस्था कर रही है, क्योंकि तीसरा वेव ज्यादा संक्रमित और घातक होगा, इसलिए समय रहते हम मूलभूत संरचना तैयार कर रहे हैं। इसके लिए हमें केंद्र व राज्य सरकार से भी आदेश मिला है। हम संबधित स्थानों में ऑक्सीजन, दवा, डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ्स की व्यवस्था पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 30 बेड के अस्पताल में कम से कम तीन से चार डॉक्टर्स की जरूरत पड़ती है। यदि अस्पताल छोटे होंगे तो संसाधन ज्यादा खर्च होंगे। इसलिए हम कोरोना अस्पताल के लिए मूलभूत सुविधाएं तो तैयार कर देंगे लेकिन डॉक्टर, नर्स व पारा मेडिकल स्टाफ्स कहां से लाएंगे। अस्पताल चलाने के लिए यह बड़ी चुनौती है। डॉ। चौधरी ने बताया कि आईसीएमआर के निर्देश काफी स्पष्ट हो चुके हैं कि पहले से 10वें दिन में मरीज का किस तरह से इलाज करना है। जो मरीज 10 दिन होम आइसोलेशन में है और बीते तीन दिनों तक बुखार नहीं आया है वे भी बिना जांच किए ड्यूटी ज्वाइन कर सकते हैं।
भीड़ में ही डबल मास्क जरूरीटीएमएच के स्वास्थ्य सलाहकार ने बताया कि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने में ही डबल मास्क पहनने की जरूरत है। नहीं तो एन-95, सर्जिकल मास्क के ऊपर दूसरे मास्क की जरूरत नहीं है। इसके अलावा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने पर कपड़ा वाला डबल लेयर मास्क पहनना उचित होगा। क्योंकि सेकेंड वेव का संक्रमण वातावरण में फैला हुआ है। दो मास्क पहनने से यह हमारी श्वास नली तक वायरस को नहीं पहुंचने देगा। इसलिए भीड़-भाड़ में जाने से बचें और तीन फीट की दूरी बनाए रखें।
टीएमएच बना सरकारी कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर डॉ। चौधरी ने बताया कि टीएमएच को सरकारी कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर बना दिया गया है। जहां 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों को फ्री में वैक्सीन दी जा रही है। लेकिन इसके लिए पहले कोविन पर खुद को रजिस्टर्ड कराना होगा। बीते गुरुवार को 83 शहरवासियों को वैक्सीन दी गई। इसके लिए सरकार की ओर से हमें वैक्सीन मिल रही हैं, लेकिन संसाधन हमारे हैं। टीएमएच में दो लाख टेस्ट पूरे डॉ। चौधरी ने बताया कि पिछले एक वर्ष में टीएमएच ने दो लाख कोरोना टेस्ट का आंकड़ा पूरा कर लिया है। अब तक एक लाख ट्रूनेट व आरटी-पीसीआर, जबकि एक लाख रैपिड एंटीजेन टेस्ट किए जा चुके हैं। निजी अस्पताल के क्षेत्र में हम झारखंड में सबसे आगे हैं।