हफ्ते भर में मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन
JAMSHEDPUR : झारखंड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ की राज्यस्तरीय बैठक बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन में रविवार को आयोजित हुई। इसमें राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों से सैकड़ों अनुबंध सहायक प्राध्यापक ने भाग लिया। इस बैठक में सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अगर एक सप्ताह के अंदर राज्य सरकार उनके बारे में नहीं सोचती है तो वे लोग चरणबद्ध आंदोलन प्रारंभ कर देंगे। इससे विश्वविद्यालयों में पढ़ाई ठप हो सकती है। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश संरक्षक सह अध्यक्ष कोल्हान विश्रि्वद्यालय डॉ। संजय कुमार झा ने कहा कि विधानसभा सभा के मानसून सत्र में सरकार ने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया है कि झारखंड सरकार केसंकल्प संख्या 4वी 516 के अनुसार उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के आधार पर वर्ष 2017 से कार्यरत शिक्षक, अतिथि शिक्षक नही हैं, बल्कि संविदा सहायक प्राध्यापक है तो यूजीसी नियमावली जुलाई 2018 के अनुसार संविदा सहायक प्राध्यापक की मासिक मानदेय स्थायी सहायक प्राध्यापक के बराबर दिया जाए।
पूर्ण समायोजन की मांगप्रदेश सचिव डॉ। प्रभाकर कुमार ने कहा कि झारखंड लोक सेवा आयोग के प्रकाशित सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति में झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों में कार्यरत संविदा सहायक प्राध्यापकों को प्राथमिकता देते हुए पूर्ण समायोजन की जाए। प्रदेश प्रवक्ता डॉ। अवध बिहारी पुरान ने कहा कि जेपीएससी से होने वाली नियुक्ति में कार्यरत संविदा आधारित सहायक प्राध्यापकों को अतिभार देते हुए शत प्रतिशत समायोजन करें क्योंकि हम सभी उच्च शिक्षा के गुणवत्ता के प्रति कटिबद्ध हैं। सीनेट सदस्य व संगठन सचिव कोल्हान यूनिवर्सिटी डॉ। केके कमलेंदु ने कहा कि सरकार एक सप्ताह के अंदर हमारी मांगो के बारे में सोचे अन्यथा राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में काला पट्टी बांधकर विरोध करेंगे। साथ ही हम हड़ताल भी करेंगे।
इनकी रही मौजूदगी इस मौके पर कोल्हान यूनिवर्सिटी की सचिव डॉ। चंद्राणी सरकार, डॉ श्वेता शर्मा, डॉ। राजेंद्र प्रसाद, ममता कुमारी, शबनम परवीन, डॉ। उषा सिंह, डॉ। शिप्रा, डॉ। प्रभाष गिरिराज सहित कई प्राध्यापक मौजूद थे।