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JAMSHEDPUR: क्रिसमस का त्योहार प्रभु यीशु के प्यार और आशीर्वाद का पर्व है। केक की मिठास के साथ यह प्यार लोगों में बंटता है। क्रिसमस का त्योहार जैसे-जैसे पास आ रहा है, लौहनगरी में केक ऑर्डर करने का सिलसिला जोर पकड़ रहा है। क्रिसमस में अभी एक हफ्ता बाकी है। बाजार में वेजिटेरियन केक के साथ नॉनवेज केक बनाए जा रहे हैं। रम केक, पाम केक और फ्रूट केक की वैराइटी मार्केट में आ चुकी है।

एक महीने पहले से ही बुकिंग

क्रिसमस केक कई प्रकार से बनाए जाते हैं जिसमें प्रमुख रूप से प्रचलित फ्रुट केक और प्लम केक हैं। इसके अलावा प्लेन केक, चॉकलेट केक, कॉफी केक, सीड केक और रम केक भी बनाए जाते हैं। यहां बेकर्स से केक बनवाने का चलन काफी है। ईसाई समुदाय के हर घर में केक की तैयारी चल रही है। इस पर शहर के मशहूर बेकरी ब्रुबेक के किशोर कुमार ने बताया उनके यहां एक महीने पहले से ही बुकिंग चल रही है।

क्रिसमस के स्पेशल केक

केक कीमत

ड्राई केक 180 रुपए प्रति पाउंड

रम केक 280 रुपए प्रति पाउंड

पल्म केक 100 रुपए प्रति पाउंड

स्ट्रोबेरी 350 रुपए प्रति पाउंड

वैनेला 350 रुपए प्रति पाउंड

पाइनेप्पल 350 रुपए प्रति पाउंड

बटर स्कोच 350 रुपए प्रति पाउंड

मिल्क वेनेला 350 रुपए प्रति पाउंड

चोको बटर 350 रुपए प्रति पाउंड

फ्रूट केक 10 पीस 80 रुपए

खाते हैं अरवा रोटी

झारखंड के गांव में जहां लोग क्रिसमस के दिन लोग केक नहीं बना पाते हैं या बाहर से नहीं मंगवा पाते हैं। वे लोग घर में अरवा रोटी बनाते हैं और क्रिसमस के दिन खाते हैं। गांव में महिलाएं अपने हाथों से चावल से अरवा रोटी बनाती हैं।

क्रिसमस केक का इतिहास 16वीं से

सेंट जोसेफ चर्च के फादर फेबियन ने बताया कि केक और क्रिसमस का रिश्ता 16वी सदी के आस-पास का है। इससे पहले केक क्रिसमस सामारोह का हिस्सा नहीं होते थे। क्रिसमस में केक खाना प्रेम व भाईचारे का प्रतीक है। क्रिसमस में केक की खाने की प्रथा इंग्लैंड में शुरू हुई थी। 16वीं शताब्दी में इंग्लैंड में गेहूं के आटे में अंडा, मक्खन और उबाला हुआ पाम मिलाया जाने लगा। उस समय अमीर तथा संपन्न लोग, जिनके पास तंदूर होते थे वे ही इसे बनाते थे। बाद में ये केक रूस तक पहुंचा और फिर पूरी दुनिया में क्रिसमस में केक खाने की प्रथा चालू हो गई।

इसबार क्रिसमस में केक की डिमांड काफी है। लोग केक के विभिन्न प्रकार के आर्डर देने लगे हैं। कई लोग क्रिसमस में गिफ्ट के तौर पर भी केक देते हैं, तो गिफ्ट पैक केक भी तैयार कर रहे हैं।

-किशोर कुमार, मैनेजर, ब्रुबेक

क्रिसमस के नजदीक आने के कारण केक का डिमांड बढ़ गई है। अलग-अलग तरह के केक के ऑर्डर लोगों द्वारा दिए जा रहे हैं। इस बार मार्केट में फ्रूट केक की मांग सबसे ज्यादा है। मार्केट में जीएसटी का किसी प्रकार का असर नहीं पड़ा है।

-एमडी मुशरफ हुसैन, केक कैफे, साकची

Posted By: Inextlive