खरना संपन्न, पहला अर्घ्य आज
JAMSHEDPUR (19 Nov, JNN) : जमशदेपुर समेत कोल्हान में चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन गुरुवार को व्रतियों ने सूर्यास्त के बाद खरना पूजन किया। इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया। खरना पूजन को लेकर जहां व्रती दिनभर तैयारी में लगी रहीं, वहीं परिजन व सगे-संबंधी घाट को तैयार करने में जुटे रहे। उधर, छठ पूजन की सामग्री की खरीदारी के लिए बाजार में काफी भीड़ उमड़ी। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों व सड़कों पर सुबह से ही इनकी दुकानें सजने लगीं थीं। शुक्रवार की संध्या में अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। साथ ही शनिवार की सुबह के अर्घ्य के पश्चात व्रती पारन कर चार दिवसीय अनुष्ठान का समापन करेंगी।
लोगों में है उत्साहकोल्हान में छठ महापर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। गुरुवार को खरना पूजन के साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया। शहर क्षेत्र के कई स्थानों पर फलों की आकर्षक दुकानें सजी रही। बाजारों में जुटे भीड़ का नजारा महापर्व के प्रति आस्था को परिलक्षित कर रहा था। लोग चीनी, चावल, गुड़, मैदा, तेल, घी से लेकर अदरख, नींबू, टाभ, केतारी, सेव, संतरा, नारियल, अरतापात, ¨सघाड़ा से लेकर पूजा सामग्री की जमकर खरीददारी किए। छठ महापर्व को लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने निजी तौर पर भी अपने दरवाजे या छत पर कृत्रिम घाट का निर्माण कर छठ की तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। गुरुवार को व्रती महिलाएं सुबह से ही खरना को लेकर तैयारियों में जुट गयी थी। शुद्धता एवं साफ-सफाई के साथ दिन भर चावल चुनने के बाद सायंकाल में मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से बने गुड़ से बना खीर और दाल वाली रोटी के साथ व्रती महिलाओं ने खरना कर पूजा-अर्चना किया। इसके बाद परिजनों को भी खरना का प्रसाद खिलाया गया। लोक आस्था के इस पर्व में आस्था रखने वालों के साथ व्रतियों की टोली के संग शहर की सारी सड़कें छठ घाटों की ओर मुड़ेगी। शनिवार की सायंकाल छठ गीतों के साथ लोक आस्था के पर्व का पहला अर्घ्य समर्पित होगा। घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ को लेकर जिला प्रशासन तथा स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
------------------------ छठ गीतों की चारों तरफ धूमकोल्हान में छठ महापर्व को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है। उत्साह का आलम यह है कि छठ गीतों की धूम चारों तरफ सुनाई दे रहा है। छठ गीतों से समूचा वातावरण गुंजायमान हो रहा है। रूनकी-झुनकी बेटी मांगिला-पढ़ल पंडितवा सुगउ के मरब धेनुष से सुगा गिरिहें मुरछाय और बाट जे जोहे ला बटोहिया दौरा केकरा के जाय आदि गीत लोगों के आकर्षक का केन्द्र बिन्दु रहे।
--------------------- बाजारों में सजी रहीं दुकानें कोल्हान में छठ पर्व के पूजन में प्रयुक्त होने वाली सामग्रियों की बिक्री के लिए दुकानें सज गई हैं। खरीदारी को बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। गुरुवार को सुहागन महिलाएं छठ पूजा के लिए साडि़यां व श्रृंगार के सामान खरीदने में व्यस्त रहीं, वहीं पूजा में लगने वाले फलों व सामान की बिक्री भी जोरों पर रही। छठ पर्व के लिए बाजार में सूप व बांस की बिक्री भी बढ़ गई है। वहीं फलों की दुकानें भी सजी हुई हैं। छठ पर्व की खरीददारी को लेकर कस्बे में महिलाओं की काफी भीड़ उमड़ी रही है।JAMSHEDPUR: जमशदेपुर समेत कोल्हान में चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन गुरुवार को व्रतियों ने सूर्यास्त के बाद खरना पूजन किया। इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया। खरना पूजन को लेकर जहां व्रती दिनभर तैयारी में लगी रहीं, वहीं परिजन व सगे-संबंधी घाट को तैयार करने में जुटे रहे। उधर, छठ पूजन की सामग्री की खरीदारी के लिए बाजार में काफी भीड़ उमड़ी। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों व सड़कों पर सुबह से ही इनकी दुकानें सजने लगीं थीं। शुक्रवार की संध्या में अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। साथ ही शनिवार की सुबह के अर्घ्य के पश्चात व्रती पारन कर चार दिवसीय अनुष्ठान का समापन करेंगी।
लोगों में है उत्साहकोल्हान में छठ महापर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। गुरुवार को खरना पूजन के साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया। शहर क्षेत्र के कई स्थानों पर फलों की आकर्षक दुकानें सजी रही। बाजारों में जुटे भीड़ का नजारा महापर्व के प्रति आस्था को परिलक्षित कर रहा था। लोग चीनी, चावल, गुड़, मैदा, तेल, घी से लेकर अदरख, नींबू, टाभ, केतारी, सेव, संतरा, नारियल, अरतापात, ¨सघाड़ा से लेकर पूजा सामग्री की जमकर खरीददारी किए। छठ महापर्व को लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने निजी तौर पर भी अपने दरवाजे या छत पर कृत्रिम घाट का निर्माण कर छठ की तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। गुरुवार को व्रती महिलाएं सुबह से ही खरना को लेकर तैयारियों में जुट गयी थी। शुद्धता एवं साफ-सफाई के साथ दिन भर चावल चुनने के बाद सायंकाल में मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से बने गुड़ से बना खीर और दाल वाली रोटी के साथ व्रती महिलाओं ने खरना कर पूजा-अर्चना किया। इसके बाद परिजनों को भी खरना का प्रसाद खिलाया गया। लोक आस्था के इस पर्व में आस्था रखने वालों के साथ व्रतियों की टोली के संग शहर की सारी सड़कें छठ घाटों की ओर मुड़ेगी। शनिवार की सायंकाल छठ गीतों के साथ लोक आस्था के पर्व का पहला अर्घ्य समर्पित होगा। घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ को लेकर जिला प्रशासन तथा स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
छठ गीतों की चारों तरफ धूम कोल्हान में छठ महापर्व को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है। उत्साह का आलम यह है कि छठ गीतों की धूम चारों तरफ सुनाई दे रहा है। छठ गीतों से समूचा वातावरण गुंजायमान हो रहा है। रूनकी-झुनकी बेटी मांगिला-पढ़ल पंडितवा सुगउ के मरब धेनुष से सुगा गिरिहें मुरछाय और बाट जे जोहे ला बटोहिया दौरा केकरा के जाय आदि गीत लोगों के आकर्षक का केन्द्र बिन्दु रहे। बाजारों में सजी रहीं दुकानें कोल्हान में छठ पर्व के पूजन में प्रयुक्त होने वाली सामग्रियों की बिक्री के लिए दुकानें सज गई हैं। खरीदारी को बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। गुरुवार को सुहागन महिलाएं छठ पूजा के लिए साडि़यां व श्रृंगार के सामान खरीदने में व्यस्त रहीं, वहीं पूजा में लगने वाले फलों व सामान की बिक्री भी जोरों पर रही। छठ पर्व के लिए बाजार में सूप व बांस की बिक्री भी बढ़ गई है। वहीं फलों की दुकानें भी सजी हुई हैं। छठ पर्व की खरीददारी को लेकर कस्बे में महिलाओं की काफी भीड़ उमड़ी रही है।