रेोड पर घंटों तड़पता रहा फर्नीचर कारोबारी
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: एक तरफ सरकार सड़क दुर्घटना में घायल की मदद करने के लिए स्मार्ट सिटिजन जैसा अभियान चला रही है। पुलिस से घायलों की मदद करने वालों को परेशान न करने और उनसे पूछताछ के एवज में रिवार्ड देने की भी योजना है। इन सबके बीच स्थिति यह है कि शुक्रवार की रात मानगो चौक के पास सड़क दुर्घटना में घायल एक व्यक्ति की सही समय पर चिकित्सा सुविधा न मिल पाने के कारण मौत हो गई।
रात 10.30 बजे की है घटनाघटना फ्राइडे देर रात की है। मानगो राम कृष्णा कॉलोनी के रहने वाले 40 वर्षीय मुकेश कुमार तिवारी की साकची रिफ्यूजी कॉलोनी में फर्नीचर की दुकान है। वे रोजाना दुकान बंद करने के बाद रात 10.30 से 11 बजे तक अपने घर पहुंच जाते थे। उनका प्रतिदिन का यही शेड्यूल था। फ्राइडे नाइट भी वे करीब 10 बजे अपनी दुकान से घर लौट रहे थे। इसी बीच मानगो चौक के स्थित बैंक अफ बड़ौदा के समीप अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। दुर्घटना के बाद चालक वाहन लेकर भाग निकला।
किसी ने नहीं की मददहद तो तब हो गई जब मेन रोड पर एक्सीडेंट के बावजूद कोई भी घायल की मदद के लिए नहीं पहुंचा। घायल मुकेश कुमार तिवारी करीब दो घंटे तक रोड पर तड़पते रहे और सही समय में चिकित्सा सुविधा न मिलने के कारण उनकी मौत हो गई।
रात 12.30 बजे पुलिस ले गई अस्पताल परिजनों के मुताबिक मुकेश प्रतिदिन रात 10.30 से 11 बजे तक घर पहुंच जाते थे। ऐसे में दुर्घटना भी इसी दौरान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। को टक्कर मार दी और भाग निकला। घटना के बाद कई घंटों तक घायल अवस्था में वे सड़क पर पड़े रहे। रात करीब 12.30 बजे स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और घायल मुकेश को लेकर एमजीएम अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। तो बच जाती जान मृतक के परिजनों का कहना है कि जब मुकेश तय समय पर घर नहीं लौटे तो वे परेशान हो गए। अपने स्तर पता लगाने का भी प्रयास किया, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। इस बीच रात करीब 1 बजे पुलिस ने फोन कर घटना की जानकारी दी। परिजनों के मुताबिक घटना रात करीब 10:30 बजे की है और इसके बावजूद घायल मुकेश रात 12:.0 बजे तक सड़क पर ही तड़पता रहा। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते उसे अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी।