करोड़ों खर्च कर खरीदे गए बकेट हो हो रहे कबाड़
1द्बद्भड्ड4.ह्यद्धड्डह्मद्वड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: लौहनगरी में कूड़े को कलक्ट करने के लिए शहर में करोड़ों की लागत से खरीदे गये बकेट सड़क किनारे पड़े खराब हो रहे हैं। इससे सरकार के करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। बताते चलें कि शहर के कूड़ा कलक्ट करने के लिए 100 लीटर व 200 लीटर के पांच हजार से ज्यादा बकेट लगाए गये थे। कूड़ा कलक्ट करने के लिए लगाए गये यह बकेट कबाड़ में तब्दील हो रहे है। जिन पर शहर की नगर पालिकाओं को ध्यान नहीं जा रहा है। इन डिब्बों की बात पर उच्च अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। डोर टू डोर कलेक्शन से डिब्बे हुए बेकारबताते चलें कि शहर में हर जोर पर डोरज-टूडोर कलेक्शन के चलते डिब्बे बेकार हो रहे हैं। कूड़ा उठाव में अधिक समय लगने और दो गुना मैन पावर लगने के चलते ही डोर टू डोर कलेक्शन का काम शुरु किया गया था। शहर में इसके रफ्तार पकड़ते ही हजारों रुपये की लागत के बकेट किनारों पर पड़े रहकर खराब हो रहे है। जिनका कोई पुरसाहाल नहीं है। मानगो इलाके में लोग इसका प्रयोग घर में पानी भरने में कर रहे है।
नहीं हो पा रहा कलेक्शनमानगो नगर निगम में डोर-टू-डोर कलेक्शन के लिए गाडि़यां न मिलने के कारण ठीक से कलेक्शन भी नहीं हो पा रहा है। सूत्रों ने बताया कि कूड़ा उठाव के लिए आई 20 वैन में कंपनी को महज तीन गाडि़यां ही दी गई हैं। इससे पूरे क्षेत्र में कूड़ा का उठाव नहीं हो पा रहा है, जबकि कई इलाकों में डस्टबिन न लगा होने से लोग कूड़ा सड़कों पर ही फेंक रहे हैं।
एक नजर इधर भी जेएनएसी ने सत्र 2017-18 में कुल 3350 डस्टबिन की राशि 35384000 एमएनएसी ने सत्र 2017-18 में कुल 1500 डस्टबिन की राशि 137115000 जुगसलाई ने सत्र 2017-18 में कुल 300 डस्टबिन की राशि 3990000 बकेट के प्रकार बकेट की संख्या बकेट क्षमता प्रति बकेट कीमत कुल कीमतसिंगल बकेट 150 150 लीटर 6610 991500
डबल बकेट 350 100 लीटर 8500 2975000 सिंगल बकेट 350 150 लीटर 9250 3237500सिंगल बकेट 1000 200 लीटर 8230 8230000
डबल बकेट 1500 200 लीटर 13300 19950000डबल बकेट 10000 150 लीटर 13300 133000000
सिंगल बकेट 500 200 लीटर 8230 4115000 डबल बकेट 300 200 लीटर 13300 3990000 शहर में लगाये गए कूड़े के बकेट जिनका उपयोग नहीं हो रहा है उनको कलेक्ट करने का आदेश संबंधित स्पेशल ऑफिसर को दिया जाएगा। इससे शहर में इनका बेहतर उपयोग किया जा सकेगा। जहां पर भी लोग इन बकेट का प्रयोग घरेलू कार्य में कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चंदन कुमार, एसडीओ, धालभूमगढ़