फर्जी चेक से निकाल लिए साढ़े छह लाख
JAMSHEDPUR: शहर में साइबर अपराध दिनों दिन अपने पांव पसार रहा है। जिससे बैंकों में जमा पैसा भी अब सुरक्षित नहीं है। एलआइसी से सेवानिवृत कदमा निहारिका रेसीडेंसी निवासी संतोष राम के एकाउंट से साइबर अपराधियों ने फर्जी चेक से साढ़े छह लाख रुपये निकाल लिए। पीडि़त ने यह रकम बेटी की शादी और घर बनाने के लिए बैंक में रखी थी। पीडि़त ने इसकी रिपोर्ट कदमा और साइबर थाने में दी है। शनिवार को पीडि़त ने एसएसपी से न्याय के बाबत गुहार लगाई।
बैंक प्रबंधन पर आरोपपीडि़त ने एसएसपी अनूप बिरथरे को बताया कि आध्रां बैंक में उनका बचत खाता है। सेवानिवृत पर 2015 में उन्हें 25 लाख रुपए मिले थे, जिससे वह लेनदेन करते थे। 28 अगस्त को जब उन्होंने पासबुक अपडेट कराया तो पता चला कि खाते से चेक के माध्यम से 6.64 लाख रुपयों की निकासी कर ली गई है जबकि बैंक द्वारा जारी चेक बुक उनके पास है। पीडि़त ने बताया कि जिसके बाद बिष्टुपुर थाना में शिकायत दर्ज कराई है। पीडि़त ने एसएसपी से फरियाद की है कि पैसा न मिला तो बेटी की शादी रुक सकती है। उन्होंने कहा कि रुपये वापसी के लिए वह साइबर थाना, कदमा थाना और एसएसपी कार्यालय का चक्कर काट रहे है। पीडि़त ने आरोप लगाया कि यह चोरी आंध्रा बैंक प्रबंधन और कर्मचारियों की मिलीभगत से हुई। इस वजह से ब्रांच मैनेजर कोई कार्रवाई भी नहीं कर रहे है। पीडि़त ने कहा कि रुपया पाने के लिए किसी के पास जाना पडे़गा वे जाएंगे। लड़ाई लड़ेंगे। पिता की लड़ाई में बेटा भी उनके साथ है। पीडि़त ने एसएसपी अनूप बिरथरे से कहा कि रुपये की चोरी में बैंक प्रबंधन का हाथ है। जिसके कारण ही खाते से पैसे निकले है वरना चेक तो घर पर ही पड़ा हुआ है।
जांच के दिए निर्देश पीडि़त की समस्या को सुनकर एसएसपी अनूप बिरथरे ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी ने कहा कि पीडि़त के मामले से जुड़ी सभी तथ्यों की बारीकी से जांच की जाये। उन्होंने बिष्टुपुर साइबर सेल थाने और कदमा थाना प्रभारी को बैक कर्मचारियों से पूछताछ करने और जिस चेक से रुपया निकाला गया उसकी जांच के आदेश दिया है। इस बाबत उन्होंने कहा कि शहर साइबर क्राइम को रोकने के लिए पुलिस तैयार है। जल्द ही मामले का खुलासा कर पीडि़त का पैसा वापस दिलाया जाएगा। मैनेजर पर हो सकती है कार्रवाईफर्जी चेक से पेमेंट के मामले में आंध्रा बैक के मैनेजर व कैशियर पर शक की सुई अटकी हुई है। पीडि़त का कहना है कि बैक के द्वारा जारी की गई चेक बुक उनके पास है। जबकि बैंक का चेक के माध्यम से पेमेंट की बात स्वीकार कर रहा है। ऐसे में बैंक कर्मचारियों की संदिग्धता पर भी विचार किया जा रहा है। वहीं पेमेंट के समय सीसीटीवी में पेमेंट लेने वाली की तस्वीर आने से मामले के खुलासे की उम्मीद और भी तेज हो गई है। एसएसपी अनूप बिरथरे ने दावा किया है कि जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।
साइबर और कदमा थाने को फटकार बैंक से साढ़े छह लाख रुपये की रकम निकालने के मामले में एसएसपी ने कदमा थाना प्रभारी और साइबर थाना बिष्टुपुर के अधिकारियों को फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि 28 अगस्त को मामले की जानकारी होने के बाद तीन माह से केस में क्या काम किया गया है। उन्होंने आदेश दिया कि घटना की जांच कर जल्द से रिपोर्ट सौंपेंपुलिस मामले की जांच कर रही है। बैंक ने बिना जांच पड़ताल के कैसे चेकबुक अन्य किसी व्यक्ति को आवंटित कर दिया। पुलिस की जांच में सीसीटीवी में एक व्यक्ति की तस्वीर सामने आई है। जल्द अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होगा।
अनूप बिरथरे, एसएसपी, जमशेदपुरर