कोरोना से जंग में एंटी डोट हो रहा मददगार
JAMSHEDPUR: टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में भर्ती कोरोना के पॉजिटिव व संदिग्ध मरीजों को किसी तरह की दवा नहीं दी जा रही है। मानव शरीर 14 दिनों में स्वयं संक्रमण का 'एंटी डोट' (किसी खास विष को मारने की दवा) तैयार कर लेता है। जांच में यदि मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आई तो उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया जाता है। वर्तमान में टीएमएच में कुल 108 मरीज हैं। इनमें 50 पॉजिटिव व 58 संदिग्ध है। इनमें दो मरीज सीसीयू में भर्ती हैं।
टीएमएच के महाप्रबंधक (मेडिकल सर्विसेज) डॉ। राजन चौधरी ने शनिवार शाम टेली कांफ्रें¨सग में यह जानकारी दी। बताया कि वे केवल गंभीर मरीजों को ही हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा देते हैं। जो पॉजिटिव मरीज हैं उन्हें किसी तरह की कोई दवा नहीं दी जाती। स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार सभी की हर दिन थर्मल स्क्री¨नग, नाड़ी जांच सहित डॉक्टरों की निगरानी में उचित खान-पान की सुविधा दी जाती है। डॉक्टर व नर्स के अच्छे व्यवहार और बेहतर माहौल में मरीजों का आत्मविश्वास बढ़ता है। इसका नतीजा है कि अभी तक टीएमएच से आठ मरीज ठीक हो चुके हैं। हालांकि पूरे विश्व में कोरोना के संबंध में अभी तक वैज्ञानिकों को ज्यादा जानकारी नहीं है और न ही इसकी कोई दवा भी उपलब्ध है, लेकिन हमारे अनुमान से जो व्यक्ति एक बार पॉजिटिव संक्रमित हो चुका है उन्हें एक वर्ष तक फिर उससे संक्रमित नहीं होगा।
सभी बरतें सावधानी डॉ राजन चौधरी के अनुसार कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को न तो बुखार होता है और न ही खांसी। ऐसे मरीज जब भीड़-भाड़ वाले इलाके में दूसरे के संपर्क में आएंगे, तो दूसरों को भी संक्रमित करेंगे। इसलिए सभी सावधानी बरतें। शारीरिक दूरी का पालन करें, मास्क पहने और हाथों को बार-बार अच्छी तरह से साबुन से धोएं। उन्होंने बताया कि उनके यहां अभी तक 2717 मरीजों की जांच हुई है, जिसमें 33 मरीज पॉजिटिव निकले, शेष मरीज जिला प्रशासन द्वारा टीएमएच भेजे गए हैं। जॉब कार्ड तैयारटेली कांफ्रें¨सग में टाटा स्टील के सीएसआर चीफ सौरभ रॉय ने बताया कि जिला प्रशासन की मदद से वे 2500 प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं कि वे किस तरह के कामों में दक्ष हैं और क्या करना चाहते हैं। अभी तक 2000 प्रवासी मजदूरों का जॉब कार्ड बन चुका है। वहीं, कई किसानों को मछली पालन, बागवानी, मिट्टी की उर्वर शक्ति बढ़ाने के काम में लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक टाटा स्टील 26 लाख को खाना खिला चुके हैं और 42,340 परिवारों को राशन मुहिया करा चुके हैं।
जुस्को ने बदला टीकाकरण सेंटर छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र (29 रूड्ड4, छ्वहृहृ) : टाटा स्टील के कर्मचारियों के नवजात बच्चों को अब तक टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज (पूर्व में जुस्को) कार्यालय में टीकाकरण की सुविधा मिलती थी। लेकिन कोविड-19 को देखते हुए कंपनी प्रबंधन ने इसका स्थान बदल दिया है। अब कदमा स्थित ग्रीन एनक्लेव के पास टीकाकरण सेंटर बनाया गया है। जहां सोमवार से शनिवार तक सुबह नौ से शाम पांच बजे तक यह सुविधा मिलेगी। टाटा स्टील द्वारा आयोजित टेली कांफ्रें¨सग में जुस्को के एमडी तरुण डागा ने यह जानकारी दी। पानी-बिजली का भरें बिल जुस्को एमडी ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अपना पानी-बिजली का बिल तय समय पर भरें, ताकि शहरवासियों को निर्बाध रूप से आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने में कोई परेशानी न हो। वहीं, उन्होंने कहा कि मोहरदा जलापूíत को लेकर कोई समस्या नहीं है।