बिरसानगर में 70 आशियाने टूटे
JAMSHEDPUR: बिरसानगर स्थित आस्था ट्विन सिटी से सटे लालटांड गांव में सोमवार को एसडीओ चंदन कुमार के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया गया। सुबह दस बजे से चले अभियान में शाम चार बजे तक 70 मकानों को ध्वस्त कर दिया गया। बिना किसी पूर्व सूचना के मकान गिराने पर जेएनएसी अधिकारियों को घेर लिया। इस मौके पुलिस अधिकारियों के साथ जेएनएसी के पदाधिकारी और भारी संख्या में पुरुष और महिला जवान मौजूद रहे। बताते चलें कि बिरसानगर ट्विन सिटी के बगल में लालटांड़ गांव में पड़ी 38 एकड़ जमीन में शहर के लोगों के लिए 32000 प्रधानमंत्री आवास का निर्माण होना है। जिसके लिए जमीन को खाली कराया जा रहा है। सोमवार को प्रशासन की दो जेसीबी मशीनों ने सैकड़ों मकानों को धरासाई कर दिया। इस दौरान बस्ती के लोगों ने जेएनएसी पदाधिकारियों को घेरकर मकान गिराने का आदेश मांगा जिस पर अधिकारियों ने प्रशासन के आदेश पर कार्रवाई की बात कहकर निकल गए। कार्रवाई के दौरान पहुंचे एसडीओ धालभूमगढ़ चंदन कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए प्रशासन के आदेश पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस अधिकारियों ने अन्य लोगों को भी एक दो दिन में मकान खाली करने का आदेश दिया है। बस्ती के लोगों ने बताया कि प्रशासन ने बिना सूचना के ही हमारे मकान गिरा दिए हैं। जबकि सीएम साहब ने आदेश दिया था कि जिन मकानों में लोग रह रहे है वह नहीं गिराये जाएंगे।
सीएम साहब ने दिया धोखा बस्ती के लोगों ने कहा कि सीएम रघुवर दास ने हम सभी को धोखा दिया है। रविवार को बिरसा नगर के लोग सीएम आवास में जाकर विधायक प्रतिनिधि से मिले थे। जिसके बाद उन्होंने सीएम से बात करने को कहा था। जिसमें यह तय हुआ था कि जिन मकानों में लोग रह रहे हैं उन मकानों को नहीं तोड़ा जाएगा। लेकिन आज वह मकान भी गिरा दिए गए। अतिक्रमण की कार्रवाई से पास पड़ोस में मकान बनाकर रह रहे लोगों को भी अपने आशियाने टूटने का भय सताने लगा है। अतिक्रमण हटाने के दौरान लोग समान हटाने में लगे रहे। जनप्रतिनिधियों ने नहीं ली सुधबिरसा नगर में अतिक्रमण कार्रवाई पर जिले के किसी पार्टी के माननीय ने सुध नहीं ली। सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक शहर का कोई भी नेता स्पॉट पर नहीं पहुंचा। बता दें कि कांग्रेस 23 नवंबर को शहर के मालिकाना हक के लिए संघर्ष यात्रा निकालने जा रही है। वहीं, जेएमएम और विकास मोर्चा और आप पार्टी के नेताओं ने भी बिरसा नगर के लोगों का हाल जानने की कोशिश नहीं की।
सरकारी जमीन को बेच बन गए भू माफिया सरकारी जमीन पर कब्जा कर लोगों को बेचने वाले भू माफिया मलाई खा रहे है। बिरसा नगर कि जिस जमीन पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है। उसे बारीडीह के भू माफियाओं ने कब्जा कर सस्ते दामों में लोगों को बेंच दिया था। लोगों ने बताया कि सरकारी जमीन की जानकारी न होने और बिहार सरकार की जमीन पर रजिस्ट्री न होने के चलते ही हम लोगों ने जमीन खरीदकर मकान बनाया था। पता नहीं था कि एक दिन ऐसे आशियाना टूट जाएगा। हमने लक्ष्मी गोप नाम के बिल्डर्स से दो कट्ठा जमीन खरीदी थी। जमीन लेते समय इसके सरकारी होने की जानकारी नहीं थी। घर गिरने के बाद हम कहां जाएंगे मैने सुबह से खाना भी नहीं खाया है। हमारी तो दुनिया ही लुट गई हम क्या करें। बबिता देवी, बिरसानगरहमने घर बनाने के लिए भाष्कर लोहार से साढ़े आठ लाख रुपये में पौने पांच कठ्ठा जमीन खरीदी थी। जिसपर हमने आधे में मकान भी बना रखा था। बिल्डर ने जमीन बेचते समय हमें इसे खतियान की जमीन बताकर बाद में रजिस्ट्री कराने का भी आश्वासन दिया था। प्रशासन की इस कार्रवाई से हम तो जीते जी मर जाएंगे।
रेणु कुमारी, बिरसानगर