कोरोना ने फिर ली एक मरीज की जान
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में मंगलवार को फिर से कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, एक मरीज की मौत भी हो गई। मृतक घोड़ाबांधा निवासी 61 वर्षीय महिला है। उसका इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में चल रहा था। जिले में मृतकों की संख्या बढ़कर 1053 हो गई है। वहीं, मंगलवार को कुल तीन हजार 303 लोगों की जांच हुई। इसमें 17 पॉजिटिव मरीज मिले। जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 51617 हो गई है।
6039 लोगों का लिया सैंपल पूर्वी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों से मंगलवार को कुल छह हजार 39 लोगों का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजा गया। रिपोर्ट गुरुवार तक आने की उम्मीद है। जिले में अभी तक कुल 11 लाख 18 हजार 493 लोगों का नमूना लिया जा चुका है। 12 मरीज स्वस्थ हुएशहर के विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती कुल 12 मरीज मंगलवार को स्वस्थ होकर घर लौटे। जिले में अभी तक कुल 50 हजार 496 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जिले का रिकवरी रेट 97.86 प्रतिशत है।
किस क्षेत्र में कितने मिले मरीजक्षेत्र : पॉजिटिव
पोटका : 01 बिरसानगर : 01 मानगो : 01 घाटशिला : 03 साकची : 01 सुंदरनगर : 01 परसुडीह : 01टेल्को : 02
जुगसलाई : 02 5392 लोगों ने ली दूसरी डोज पूर्वी सिंहभूम जिले में मंगलवार को पहली डोज से अधिक लोगों ने दूसरी डोज ली। तीन हजार 199 लोगों को पहली डोज दी गई। जबकि पांच हजार 392 लोगों को दूसरी डोज दी गई। जिले में अभी तक कुल पांच लाख 65 हजार 152 लोगों ने पहली डोज ली है। जबकि एक लाख 37 हजार 24 लोगों ने दूसरी डोज ली है। कोरोना जांच का बैकलॉग 14 हजार से ज्यादाकोरोना मरीजों की संख्या में कमी जरूर आई है लेकिन बैकलॉग बढ़ गई है। पूर्वी सिंहभूम जिले में अभी तक कुल 11 लाख 12 हजार 454 लोगों का नमूना लिया गया है। इसमें 10 लाख 98 हजार 75 लोगों की जांच हुई है। जबकि 14 हजार 379 लोगों की जांच नहीं हो सकी है। इसे देखते हुए जिला सर्विलांस विभाग ने छह हजार 584 लोगों का नमूना रांची रिम्स जांच के लिए भेजा है। बाकी नमूना एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। रिपोर्ट जल्द से जल्द देने का निर्देश दिया गया है। ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पाल ने कहा कि कोरोना के मरीज कम जरूर हुए हैं लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। तीसरी लहर की संभावना बनी हुई है। ऐसे में सभी को जागरूक होने की जरूरत है। विभाग द्वारा जांच की दर कम नहीं की जाएगी। वहीं लोगों को भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने की जरूरत है।