मुखी समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: मुखी समाज कल्याण समिति के सदस्यों ने सोमवार सुबह टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) कार्यालय का घेराव किया। वरीय महाप्रबंधक कैप्टन धनंजय मिश्रा के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मुखी समाज के अध्यक्ष सुरेश मुखी ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के अंदर बैठाए गए कर्मचारियों को रोजगार नहीं दिया तो वे जुस्को कार्यालय के बाहर अनशन पर बैठ जाएंगे।
दिया गया था अल्टीमेटमअध्यक्ष सुरेश मुखी का कहना है कि चार सितंबर को भी उनकी ओर से एक ज्ञापन धनंजय मिश्रा को सौपते हुए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया था। लेकिन इस बीच न तो उनके कर्मचारियों को काम पर बुलाया गया और न ही उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया। मजबूरन उन्हें जुस्को कार्यालय का घेराव करना पड़ा। सुरेश का कहना है कि पूरे लॉकडाउन में उन्होंने कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम किया लेकिन अब दूसरे लोगों को काम देकर उनके समुदाय के 500 कर्मचारियों को काम से बैठा दिया जो पहले कदमा, सोनारी, धातकीडीह, टिनप्लेट, गोलमुरी और भालुबासा में कार्यरत थे। उनका कहना है कि क्या शहर छोटा हो गया या शहर में अब गंदगी नहीं होती, जो उन्हें काम से बैठा दिया गया। अब प्रबंधन उनके घरों की बिजली काटने की भीय धमकी दे रहे हैं लेकिन उनके पास रोजगार नहीं होगा तो बिजली का बिल कहां से भरेंगे। वहीं, जुस्को प्रबंधन का कहना है कि जब काम होगा तो ही बैठाए गए कर्मचारियों को काम पर बुलाया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में छोटे लाल मुखी, रमेश मुखी, अभिषेक मुखी, विक्की मुखी, मनीष मुखी, शिवा मुखी, चेताब मुखी, राजा मुखी सहित अन्य उपस्थित थे। घेराव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल के जवान भी तैनात थे।