आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले कुछ लोग नगर निगम को होल्डिंग टैक्स का भुगतान नहीं कर रहे हैं.


जमशेदपुर (ब्यूरो): वे सीधे-सीधे निगम को टैक्स देने से इंकार कर रहे हैं। निगम क्षेत्र में ऐसे कई लोग हैं, जिनके कारण नगर निगम को काफी माथापच्ची करनी पड़ रही है। टैक्स वसूली के लिए बार-बार जाने के बाद भी निगमकर्मियों को बैरंग ही लौटना पड़ रहा है। नोटिस का नहीं दे रहे जवाबआदित्यपुर नगर निगम द्वारा ऐसे लोगों को लगातार नोटिस दिया जा रहा है, लेकिन उन लोगों को जूं तक नहीं रेंग रहा है। कई लोगों को तो नगर निगम द्वारा तीन-तीन नोटिस तक दिया जा चुका है। ऐसे में अब नगर निगम मामले में आगे की कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है, ताकि ऐसे लोगों को माकूल जवाब दिया जा सके। टैक्स से छूट लेने का प्रयास


आदित्यपुर नगर निगम द्वारा कई मामलों में होल्डिंग टैक्स से छूट दी जाती है। इसमें एनजीओ और समाजसेवी संगठन सहित अन्य शामिल हैं। कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अपने घर को एनजीओ का कार्यालय बताकर होल्डिंग टैक्स से छूट ले रखी है। हालांकि वहां किसी तरह का कोई एनजीओ नहीं चलता है। ऐसा ही एक मामला नगर निगम कार्यालय के पास बीनू देवी का है। नगर निगम द्वारा उन्हें टैक्स जमा करने को कहा गया तो भी टैक्स जमा नहीं कराया जा रहा है। इस संबंध में बिनू देवी के नंबर पर संपर्क किया गया, लेकिन दूसरी और से कोई जवाब नहीं मिला। राय गेस्ट हाउस नहीं दे रहा टैक्सइसी तरह आदित्यपुर मार्केट में थाना चौक के पास मेन रोड पर ही राय गेस्ट हाउस है। राय गेस्ट हाउस द्वारा पूर्व में टैक्स का भुगतान किया जाता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से उसके द्वारा टैक्स का भुगतान नहीं किया जा रहा है। बार-बार नगर निगम के लोग वहां नोटिस दे रहे हैं, लेकिन गेस्ट हाउस संचालक द्वारा टैक्स जमा नहीं कराया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला राय गेस्ट हाउस के ठीक बगल वाली बिल्डिंग का भी है। उसके द्वारा भी टैक्स का भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे नगर निगम को लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। भवन सील करने की तैयारी

जानकारी के मुताबिक कई बार तो नगर निगम के कर्मियों को बुलाया गया, लेकिन उनके वहां जाने पर संचालक से मुलाकात नहीं होती। हर बार दो-चार दिनों में भुगतान करने को कहा जाता है। नगर निगम इस तरह की हरकत से परेशान हो चुका है और अब लीगल एक्शन लेने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक ऐसे भवनों को सीलिंग करने पर भी विचार किया जा रहा है।

सरकारी मामला है टैक्स तो देना है, लेकिन कुछ समय चाहिए। एक साथ इतनी बड़ी रकम देने में परेशानी हो रही है। -संतोष राय, राय गेस्ट हाउसबार-बार निगम के कर्मी जा रहे हैं। कई बार तो बुलाने के बाद भी कर्मचारियों को बैरंग वापस कर दिया गया है। नियमानुसार राहत देने का भी प्रयास किया जाता है। अगर राशि ज्यादा है तो उसे पार्ट भुगतान करने का भी विकल्प है, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं, जो टैक्स देने में आनाकानी कर रहे हैं।-देवाशीष प्रधान, सिटी मैनेजर, आदित्यपुर नगर निगम

Posted By: Inextlive