महात्मा गांधी मेमोरियल एमजीएम मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में नवनिर्मित पोर्टेबल हेल्थ केयर यूनिट बन कर तैयार होने के करीब 3 महीने बाद भी यह शुरू नहीं हो सका है.


जमशेदपुर (ब्यूरो): आपको बता दें कि शिफ्टिंग पद्धति के तहत बनाया गया 100 बेड का वातानुकूलित और ऑक्सीजन युक्त पोर्टेबल हेल्थ केयर यूनिट करीब 3 महीने से बनकर तैयार है। कोरोना के तीसरे चरण के मद्देनजर झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश पर जिला प्रशासन ने इस अस्पताल को बनाने का निर्णय लिया था। विगत जुलाई से अगस्त महीने में जिले के डीसी और एसडीएम सहित स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी इसका निरीक्षण किया था।सितंबर से यूनिट को होना था शुरूस्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पूरे अस्पताल का कायाकल्प करने के साथ ही एक महीने में इस अस्पताल को बनाकर शुरू करने का आश्वासन दिया था। स्वास्थ्य मंत्री के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल के निर्माण कार्य में तेजी भी आयी। उस वक्त कहा गया कि सितंबर के पहले हफ्ते में ही इसका विधिवत उद्घाटन कर इलाज की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।


इमरजेंसी मरीजों को होगा इलाजइस फोल्डेबल यूनिट में कोविड संक्रमित मरीजों के अलावा इमरजेंसी मरीजों का भी इलाज हो सकेगा। हालांकि तय समय यानी सितंबर में बन जाने के बावजूद इस अस्पताल उद्घाटन नहीं हो सका। गौरतलब है कि इस बीच दुर्घटना होने से इसका हिस्सा ध्वस्त भी हो गया था, जिसका दोबारा निर्माण कराया गया। हो रहा कायाकल्प

इसके साथ ही अस्पताल के इमरजेंसी सहित सभी विभागों की साफ सफाई, रखरखाव, रंग रोगन सहित सिटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड के लिए नए भवन का भी निर्माण किया जा रहा है। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि एमजीएम अस्पताल में व्यापक सुधार किया जा रहा है। साथ ही अन्य बड़ी व्यवस्था लागू करने पर कार्य हो रहा है। इसके पूरा होते ही पोर्टेबल हेल्थ केयर यूनिट सहित एक साथ सभी व्यवस्थाओं को लागू कर दिया जाएगा।अस्पताल बनकर तैयार है और हम व्यापक सुधार और कुछ बड़ी व्यवस्था लागू करने के प्रयास में हैं। कुछ और बड़ी व्यवस्थाओं के साथ ही इस अस्पताल को शुरू करने की दिशा में काम चल रहा है।-बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड सरकार

Posted By: Inextlive