पिछले तीन माह में झुलसने से 77 की चली गई जान
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : ठंड में गर्माहट की चाहत में अलाव तापने के दौरान पिछले तीन महीनों में 51 लोगो ने आग में झुलस कर अपनी जान गंवा दी, वहीं आग से झुलस कर मरने वालों का आंकड़ा 77 रहा। पोस्टमार्टम हाउस के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में 19 लोगो की मौत आग से झुलसकर हुई, जिसमें12 की अलाव तापने से जान चली गई। जबकि, दिसंबर में 23 तो जनवरी माह में सबसे ज्यादा 35 लोगों की मौत आग में झुलसने के कारण हो गई। खास बात है कि आग तापने के क्रम में आग में झुलस कर मरने वालों में युवा, बुजुर्ग समेत सभी आयु वर्ग के लोग शामिल हैं।
एक डॉक्टर कैसे बचाए जानकोल्हान के दो अस्पतालों में बर्न केयर यूनिट है। जिसमें एमजीएम में 20 व टाटा मुख्य अस्पताल में 15 बेड का यूनिट संचालित है। लेकिन गरीब मरीज इलाज कराने के लिए टीएमएच नही जाते है और एमजीएम बर्न यूनिट की खस्ता हालत किसी से छिपी नही है। एमजीएम के 20 बेड के बर्न यूनिट में कुल 10 पद स्वीकृत हैं लेकिन एक ही डॉक्टर है। यूनिट में 24 घंटे एक डॉक्टर का होना अनिवार्य है लेकिन ऐसा नहीं होता है।
ओटी का इस्तेमाल नहींड्रेसर का भी अभाव है। चार के बजाय सिर्फ एक ड्रेसर तैनात है। बर्न यूनिट में अधूरा ऑपरेशन थियेटर (ओटी) बनाकर छोड़ दिया गया है। जिसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण नार्मल तथा गंभीर रुप से चलने वाले लोगो बचाया नही जा पा रहा है।
झुलसकर होने वाली मौतों की संख्या माह अलाव तापने में खाना बनाने में कुल मौत नवंबर 12 07 19 दिसंबर 15 08 23 जनवरी 24 11 35