एमजीएम से रिम्स तक लगाई दौड़ लेकिन नहीं हुआ इलाज

जमशेदपुर (ब्यूरो) : स्वास्थ्य समस्या को लेकर कितने परेशान हैं, इसका अंदाजा बागबेड़ा की इस बच्ची और उसके पिता की परेशानी को देख कर लग सकता है। पिता ने अपनी पुत्री को लेकर एमजीएम अस्पताल से लेकर रिम्स तक की दौड़ लगाई लेकिन उसकी परेशानी कम नहीं हुई।
क्या है मामला
बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी पंचायत अंतर्गत रोड नंबर 3 निवासी 22 वर्षीय सुनील कु मार की पुत्री प्रियंका कुमारी पथरी से परेशान थी। पेट में ज्यादा दर्द होने के कारण उसके पिता सुनील कुमार उसे 19 अक्टूबर को एमजीएम हॉस्पिटल ले गया और भर्ती कराया। स्थिति को गंभीरता को देख एमजीएम हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने 2 नवंबर को उसे रांची रिम्स रेफ र कर दिया।
परिजनों ने कराई जांच
आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उसके परिजनों ने किसी तरह पैसा इक_ा कर इलाज के लिए रांची रिम्स पहुंचे। वहां डॉ राणा प्रताप सिंह के द्वारा मरीज को भर्ती करा दिया गया। इसके बाद मरीज को स्थिति को देख डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने की बात कही। उनके अभिभावकों ने डॉक्टर के कहे मुताबिक मरीज को भर्ती कराने हेतु ब्लड टेस्ट, एक्सरे, ईसीजी, अल्ट्रासाउंड प्रत्येक जांच कराकर उसका रिपोर्ट सौंप दिया। इसके बाद 4 नवंबर को डॉक्टरों ने उन्हें दवा लाने को कहा। परिजनों ने सारी दवा उपलब्ध करा दी।
3 घंटे ओटी में रखा
इसके बाद 5 नवंबर को मरीज को ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया। ऑपरेशन थिएटर में लगभग ढाई से तीन घंटे रखने के बाद डॉ जमाल के द्वारा 30 हजार रुपए की मांग की गई। परिजनों के मुताबिक उन्होंने पैसे देने में असमर्थता जताई। मरीज के परिजनों ने कहा कि डॉ जमाल द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। इसके बाद परिजन मरीज को लेकर वापस घर लौट गए। अब पीड़ीता अपने घर में ही है और दर्द से कराह रही है।
आप्त सचिव ने दिया भरोसा
परेशान परिजनों ने बागबेड़ा कॉलोनी के पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता को सारी बातों से अवगत कराया। पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए यथाशीघ्र स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आप्त सचिव ओमप्रकाश को सारी जानकारी दी। इसके बाद ओमप्रकाश ने रांची रिम्स के अधीक्षक से सारी जानकारी दी और घटना को गंभीर बताया। उन्होंने मरीज के अभिभावक को भी भी रिम्स ले जाकर बेहतर इलाज का आश्वासन दिया है। वहीं पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता और उनके अभिभावकों ने कहा कि डॉ जमाल के द्वारा ऐसी घटना किए जाने पर उस पर अविलंब कारज़्वाई करने की जरूरत है ताकि घटना की पुनरावृत्ति ना हो।


यह गंभीर मामला है। मैंने पूरे मामले से स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव को अवगत कराया है। उन्होंने रिम्स अधीक्षक से भी बात की है। उन्होंने पीड़ित परिजनों को उचित कारज़्वाई का भरोसा भी दिया है। पूरे मामले में आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कारज़्वाई भी होनी चाहिए।

सुनील गुप्ता, पंचायत समिति सदस्य, बागबेड़ा

Posted By: Inextlive