जमशेदपुर लौटीं गुजरात में फंसी 22 युवतियां
JAMSHEDPUR: गुजरात के वलसाड जिले में वेलस्पन कंपनी में फंसी पोटका की 130 युवतियों में से 22 युवती बुधवार को जमशेदपुर लौट आईं। बुधवार को युवतियों के जमशेदपुर लौटने के बाद पोटका के क्वारंटीन सेंटर में रखा गया है। पोटका पहुंचीं गेरुआ हांसदा, बांगी हांसदा और सुश्री हांसदा ने बताया कि गुजरात पुलिस ने ही उन्हें रेल टिकट और खाने-पीने का सामान देकर विदा किया।
मदद की अपील पिछले कई दिनों से स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री से मदद की अपील कर रहीं उक्त युवतियां पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के ट्वीट के बाद जमशेदपुर पहुंच सकी हैं। इसपर ख़ुशी जाहिर करते हुए कुणाल षाड़ंगी ने गुजरात पुलिस के एडीजीपी डॉ शमशेर सिंह और वलसाड पुलिस सहित छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस दीपांशु काबरा के अलावे भाजपा युवा मोर्चा की लीगल हेड चारु प्रज्ञा और गुजरात भाजयुमो के कार्यकर्ताओं के प्रति कृतज्ञता और आभार जाहिर किया है।गुजरात पुलिस से की थी अपील
विगत रविवार को कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट कर इस मामले में गुजरात पुलिस से 130 युवतियों के लिए मदद की अपील की थी। इस मामले में भाजपा युवा मोर्चा की नेत्री चारु प्रज्ञा सहित गुजरात भाजयुमो के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी सहयोग किया। वलसाड भाजयुमो की सचिव भाविका घोघरी ने खुद पहुंचकर 130 युवतियों से मुलाकात की थी। साथ ही स्थानीय प्रशासन से उन्हें शीघ्र जमशेदपुर भेजने का आग्रह किया था।
एडीजीपी ने दिलाई मदद ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए गुजरात सीआईडी के एडीजीपी डॉ शमशेर सिंह ने स्थानीय पुलिस को तत्काल युवतियों के लिए जरूरी मदद पहुंचाने का निर्देश दिया था। मामले में ट्विटर पर छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस दीपांशु काबरा ने भी सक्त्रियता से सहयोग किया। उन्होंने स्वयं गुजरात पुलिस से संपर्क और समन्वय स्थापित कर युवतियों तक मदद सुनिश्चित किया और एक जून की शाम पांच बजे ट्वीट कर पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी को सूचित किया कि गुजरात के वलसाड पुलिस द्वारा जमशेदपुर वापस लौटने को आतुर 22 युवतियों को रेल टिकट मुहैया करा दिया गया है।