14 सौ प्रवासी श्रमिक पहंचे टाटानगर स्टेशन
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: पसीने से तर-बतर व भूख से बिलबिलाते चेन्नई से टाटानगर 14 सौ अधिक श्रमिक सोमवार की एक घंटे बिलंब से शाम 6.35 बजे पहुंचे। हालांकि जिला प्रशासन के पास 1296 श्रमिकों को आकड़ा था। ट्रेन जैसे ही टाटानगर स्टेशन पहुंची, गर्मी से तप रहे श्रमिक ट्रेन से उतरने के लिए व्याकुल होने लगे। लेकिन ट्रेन के सभी दरवाजों लॉक थे। सबको बारी-बारी से उतारा गया। बाहर निकले श्रमिकों को देखकर ऐसा लग रहा था कि वे नहाकर आ रहे हैं। गर्मी के कारण कई श्रमिक खाली बदन व कई बनियान में सफर कर रहे थे। इस गर्मी में 24 कोच वाली श्रमिक ट्रेन के दो से तीन कोच में पंखों की स्थित खराब थी। कभी पंखा चल रहा था तो कभी बंद हो रहा था। परेशान श्रमिक चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे थे।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालनपलामू जिला के विरेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेन में शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया था, लेकिन भूख से हालत खराब हो रही थी। कई स्टेशनों में भोजन के पैकेट व पानी की बोतल तो उपलब्ध कराया गया लेकिन यह भोजन व पानी की बोतल सभी कोचों में दिए जाने से पहले ही ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया जा रहा था। ऐसे में सुबह से ही उसके कोच में सफर करने वाले श्रमिक भूखे थे। टाटानगर स्टेशन पहुंचने पर पानी व भोजन के पैकेट दिए गए।
कम थी ट्रेनों की रफ्तार तमिलनाडु के चेन्नई स्टेशन से 24 मई की दोपहर दो बजे ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ। ट्रेन को टाटानगर स्टेशन पहुंचने में करीब 28 घंटे लग गए। श्रमिकों की माने तो ट्रेन की रफ्तार कम थी। ट्रेन 40 से 45 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही थी। भोजन का पैकेट हो या पानी की बोतल उन्हें फेंक कर विभिन्न स्टेशनों में दिया जा रहा था। बसों तक पहुंचाया गयाश्रमिक स्पेशल ट्रेन के टाटानगर पहुंचने से पहले ही टाटानगर स्टेशन चक्रधरपुर मंडल के डीआरएम विजय कुमार साहू, सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक, उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, एसएसपी सहित रेल व जिला प्रशासन के लोग उपस्थित थे। श्रमिकों को गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई। सिविल डिफेंस की टीम द्वारा हम होंगे कामयाब संगीत की प्रस्तुति की। कतार में श्रमिकों को उनके उनके बसों तक पहुंचाया गया। सिविल डिफेंस के इंस्पेक्टर संतोष कुमार के नेतृत्व में पूरी टीम काम कर रही थी। ट्रेन के पहुंचने के बाद पलामू, गढ़वा व देवघर की बसे सात बजे के बाद पहुंची। जिसके कारण श्रमिकों को स्टेशन के बाहर बैठकर इंतजार करना पड़ा। श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पूर्वी सिंहभूम, गिरीडीह, धनबाद, बोकारो, पश्चिमी सिंहभूम, गोड्डा, दुमका, रामगढ़, गड़वा, देवघर, सरायकेला खरसांवा, हजारीबाग, सिमडेगा, पाकुर, चतरा, पलामू, लातेहार, रांची, साहेबगंज, कोडरमा व गुमला के श्रमिक टाटानगर स्टेशन पहुंचे।