Janmashtami 2020:कोविड-19 महामारी के बीच यूपी में मनाया जा रहा उत्सव, मुंबई में इस साल नहीं बनाया जा रहा कोई मानव पिरामिड
मथुरा (एएनआई)। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मंगलवार देर रात से उत्तर प्रदेश भर के विभिन्न मंदिरों में उत्सव शुरू हुआ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मंगलवार रात गोरखपुर में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में भगवान कृष्ण की पूजा की। इसके बाद प्रसाद आदि का वितरण हुआ। वहीं आज बुधवार को भी कई मंदिरों में जन्माष्टमी मनाई जा रही है। हालांकि कोरोना वायरस संकट की वजह से इस दाैरान भक्तों को मंदिरों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। बुधवार सुबह मथुरा के श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में 'मंगल अभिषेक' के बाद 'मंगल आरती' और एक और आरती की गई।
Chief Minister Yogi Adityanth offered prayers to Lord Krishna at Gorakhnath Temple on the occasion of Krishna Janmashtami, in Gorakhpur last night. pic.twitter.com/mY2zZwSaCx — ANI UP (@ANINewsUP)
इस्कॉन मंदिर में भी आज उत्सव शुरू हुआ
मथुरा के नंदगांव के नंद भवन मंदिर में मनाई जाने वाली कृष्ण जन्माष्टमी के पुजारी और 'सेवादारों' ने भी मंगलवार रात को पूजा अर्चना की। नंद भवन मंदिर के एक पुजारी ने कहा, हमारी परंपरा के अनुसार, जन्माष्टमी नंदगांव में रक्षाबंधन के 8 दिन बाद मनाई जाती है। विदेशी भक्तों ने बुधवार को वृंदावन के चैतन्य विहार में श्री राधे कुंज आश्रम में जन्माष्टमी की सजावट और सजावट में मदद की।नोएडा सेक्टर 33 के इस्कॉन मंदिर में भी समारोह शुरू हुआ। यहां भी कोरोना वायरस की वजह से मंदिर में भक्तों को प्रवेश की अनुमति नही है।
जन्माष्टमी समारोह लाइव दिखाया जाएगा
इसलिए इस्कॉन मंदिर के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर समारोह लाइव दिखाया जाएगा। मुरादाबाद में पुजारी और उनके परिवार के सदस्यों ने भी 'भजन' गाए और बुधवार को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शहर के राधा कृष्ण मंदिर में पूजा की। मंदिर में प्रवेश निषिद्ध होने के चलते कुछ भक्तों ने मंदिर के बाहर प्रार्थना की। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कोविड-19 मानदंडों के बीच इस वर्ष जन्माष्टमी मनाई जा रही है।
मुंबई में कोई मानव पिरामिड नहीं बनाया जा रहा
कोरोना वायरस के कारण मुंबई के जन्माष्टमी उत्सव में कोई मानव पिरामिड नहीं बनाया जा रहा है। राज्य के सांसद राम कदम ने कहा इस वर्ष, उत्सव प्रतीकात्मक होगा। हम सिर्फ डॉक्टरों और नर्सों की जयकार के पोस्टर लगाएंगे और इस महामारी को दूर करने में हमारी मदद करने के लिए प्रभु से प्रार्थना करेंगे। आमतौर पर मुंबई में हिंदू मानव पिरामिड बनाते हैं और शीर्ष पर दही के एक बर्तन को तोड़ने की कोशिश करते हैं। यह कार्यक्रम बेहद लोकप्रिय होता है। वहीं लोकगीत कहते हैं कि कृष्ण ने दोस्तों के साथ पिरामिड का निर्माण किया ताकि वे छत से मक्खन या दही के बर्तन तोड़कर मक्खन खा सकें।