इंडोनेशिया में चुनाव परिणाम के बाद भारी हिंसा, अब तक छह लोगों की मौत, पुलिस के साथ भिड़े प्रदर्शनकारी
जकार्ता (रॉयटर्स)। चुनाव आयोग ने बताया कि राष्ट्रपति जोको विडोडो पिछले महीने हुए चुनाव को जीत चुके हैं, इस घोषणा के बाद जकार्ता के कुछ इलाकों में भारी हिंसा शुरू हो गई। जकार्ता के गवर्नर ने बताया कि इस हिंसा के चलते अब तक करीब छह लोगों की जान जा चुकी है। बता दें कि मंगलवार को विरोध प्रदर्शन विडोडो के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले प्रबोवो सबिएंटो के समर्थकों द्वारा शुरू हुआ, प्रदर्शन की शुरुआत शांति से हुई लेकिन शाम तक हिंसक हो गया, भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को मजबूरन आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। गवर्नर अनीस बसवदन ने बताया, 'बुधवार की सुबह 9 बजे तक देश के पांच अस्पतालों से करीब 200 लोगों के घायल होने की रिपोर्ट सामने आई है। मरने वालों की संख्या छह है।'
उन्होंने कहा कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए अस्पताल पोस्टमार्टम कर रहे हैं। हिंसा के बाद बुधवार को पुलिस ने सैकड़ों प्रदर्शकारियों को अपने हिरासत में ले लिया है। कुकब टीवी फुटेज में प्रदर्शकारियों को पुलिस के साथ भिड़ते हुए भी देखा गया है। समाचार एजेंसी अंतरा ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने हमले के लिए पास के एक पुलिस स्टेशन में घुसने का भी प्रयास किया। जकार्ता शहर के कई ऑफिस बिल्डिंगों और दूतावासों को बुधवार को बंद कर दिया गया है। ट्रेन का परिचालन भी फिलहाल बाधित है। प्रबोवो के एक समर्थक अफी सिकंबांग का कहना है कि जब तक विडोडो की सरकार गिर नहीं जाती तब तक हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।' आम चुनाव आयोग (KPU) ने मंगलवार को अनौपचारिक वोटों की गिनती के बाद बताया कि 17 अप्रैल को हुए चुनाव में विडोडो को 55.5 प्रतिशत और प्रबोवो को 44.5 प्रतिशत वोट मिले हैं। इस परिणाम के बाद प्रबोवो ने संवाददाताओं से कहा कि उनके साथ बड़ा धोखा हुआ है।इंडोनेशिया की जेल से 100 से अधिक कैदी फरार, कई पकड़े गए, बाकियों के लिए पुलिस हुई हैरान परेशानपुलिस ने 20 लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस प्रवक्ता डीडी प्रसादियो ने बुधवार को बताया कि इंडोनेशियाई पुलिस ने दंगा भड़काने के लिए कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया है और हताहतों की रिपोर्ट पर जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा अधिकारी घटनास्थल पर तैनात हैं, जिसमें सैन्यकर्मी भी शामिल हैं। इंडोनेशियाई अधिकारियों का कहना है कि 40,000 पुलिस और सेना के जवान सुरक्षा बनाए रखने के लिए जकार्ता में ड्यूटी पर हैं।