आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू का बंगला 'प्रजा वेदिका' को तोड़ने का आदेश दिया है। बुधवार को बिल्डिंग को तोड़ने का काम शुरू हो जायेगा।


अमरावती (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को 'प्रजा वेदिका' को तोड़ने का आदेश दिया है। बता दें कि यह पूर्व मुख्यमंत्री तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का सरकारी बंगला है और वह इसमें पार्टी मीटिंग्स जैसे कार्यक्रम आयोजित करते थे। सीएम रेड्डी ने अधिकारियों के साथ कांफ्रेंस के बाद बंगला तोड़ने की घोषणा की। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रजा वेदिका को नियमों का उल्लंघन करके बनाया गया था, उनकी सरकार अवैध इमारतों को बर्दाश्त नहीं करेगी। रेड्डी ने कहा कि नायडू के बंगले को तोड़ने का काम बुधवार से शुरू किया जायेगा। प्रजा वेदिका में हुआ कांफ्रेंस
बता दें कि अधिकारियों का कांफ्रेंस, मई में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के सत्ता में आने के बाद राज्य सचिवालय में आयोजित होने वाला था लेकिन सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि इसे 'प्रजा वेदिका' में आयोजित किया जाएगा। अगले दिन अधिकारियों ने इस परिसर को अपने नियंत्रण में कर लिया। खास बात यह है कि यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब नायडू अपने परिवार के साथ विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं। जगन रेड्डी के फैसले पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए, टीडीपी ने इसे प्रतिशोध की राजनीति बताया है। इससे पहले 4 जून को चंद्रबाबू नायडू ने रेड्डी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि उन्हें पार्टी की बैठकें आयोजित करने के लिए 'प्रजा वेदिका' इमारत आवंटित कर दी जाए। RBI के डेप्यूटी गवर्नर विरल आचार्य का कार्यकाल खत्म होने से पहले इस्तीफासरकार ने किया था बिल्डिंग का निर्माणगौरतलब है कि प्रजा वेदिका का निर्माण सरकार ने आंध्र प्रदेश राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एपीसीआरडीए) के जरिए तत्कालीन मुख्यमंत्री आवास के रूप में किया था। पांच करोड़ रुपये में निर्मित इस आवास का इस्तेमाल नायडू आधिकारिक उद्देश्यों के साथ ही पार्टी की बैठकों के लिए करते थे।

Posted By: Mukul Kumar