खाएंगे इस भूतिया दुकान की मिठाई!
भूतिया हलवाई
दरअसल लालजी मूटचंद गुप्ता नाम के एक व्यक्ति ने 1933 में अलवर गेट के पास एक मिठाई की दुकान खोली थी। उस वक्त इस इलाके में भयंकर सन्नाटा पसरा रहता था। इस इलाके के सभी दुकानदार शाम होने से पहले ही अपनी दुकानें बंद करके चले जाते थे। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पर अफवाह थी कि शाम से इलाके में भूत अपना डेरा ड़ाल देते हैं, लेकिन लालजी इस बात से बिना डरे बेखौफ रातभर इस इलाके में अपनी दुकान खुली रखते थे। यहीं वजह थी की लोग इनको भूतिया हलवाई के नाम से बुलाने लगे। आज वो इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनकी दुकान आज इसी नाम से फेमस है।
बच्चे रहे संभाल
लालजी की मौत के बाद से इस दुकान को अब उनके बच्चे और पोते संभाल रहे हैं। उनका कहना है कि लालाजी की तरह उन्होंने गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया। वो नियमों का पूरा पालन करने की कोशिश करते हैं। बता दें कि कुछ साल पहले इसी भूतिया दुकान में कुछ चोरों ने लूट की थी। उन्होंने यहां से डेढ़ हजार रुपये और इस दुकान के मशहूरगोंद के लड्डू चुरा लिए थे।