नाइजीरिया: चरमपंथी हमले में 87 लोगों की मौत
अधिकारियों ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि सैन्य यूनिफ़ॉर्म में आए चरमपंथियों ने बेनीशेक शहर के बाहरी हिस्से में एक चेक पोस्ट बनाकर वहां से भागने की कोशिश कर रहे लोगों को गोलियों से भून दिया.मंलगवार को किए गए हमले में चरमपंथियों ने दर्जनों घरों को भी तबाह कर दिया.नाइजीरिया में एक इस्लामिक राज्य की स्थापना करने के लिए चरमपंथी 2009 से ऐसे हमले करते आ रहे हैं.मई में बोर्नो और अन्य दो पड़ोसी राज्यों में आपातकाल की घोषणा के बाद से राज्य में संचार व्यवस्था बूरी तरह से प्रभावित है.चरमपंथियों के प्रभाव वाले क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बावजूद हाल के दिनों में हमले बढ़े हैं.चरमपंथियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई को प्रभावी बनाने के लिए स्थानीय स्तर पर निगरानी समूहों का गठन किया गया था, लेकिन हाल के सप्ताहों में बड़ी संख्या में इस समूहों के स्वयंसेवक मारे गए हैं.
गवर्नर ने घटना स्थल का दौरा कियाबोर्नो राज्य के गवर्नर क़ासिम शेटिमा ने गुरुवार को घटना स्थल का दौरा किया और इन हत्याओं को ''क्रूर और ग़ैर-इस्लामिक'' क़रार दिया. उन्होंने मारे गए लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़ एक सैन्य सूत्र ने बताया कि 20 पिकअप ट्रकों में सवार होकर चरमपंथी शहर में दाख़िल हुए. उनके पास भारी मात्रा में हथियार थे. कुछ चरमपंथियों के हाथों में ''एंटी एअरक्राफ्ट गन'' भी थे.इसी महीने बेनीशेक में चरमपंथियों के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पांच चरमपंथी और 13 स्वयंसेवक मारे गए थे.यह शहर राज्य की राजधानी मैदुगुड़ी से 70 किमी पश्चिम में स्थित है. यहीं पर 2002 में बोको हाराम की नींव पड़ी थी.पिछले महीने सेना ने कहा था कि उसने बोको हराम के प्रमुख अबूबकर शेकाउ को मार दिया है, लेकिन इस ख़बर की पुष्टि नहीं की जा सकी थी.