आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिका की जंग अब तेज हो गई है. आतंकवादी संगठन इस्‍लामिक स्‍टेट के खिलाफ लड़ाई के इस नए चरण के तहत इराक की राजधानी बगदाद के निकट अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने बम बरसाए. वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने शक्तिशाली देशों से सीरिया और इराक के बड़े हिस्से पर कब्जा जमाए हुए आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के खिलाफ किसी भी कार्रवाई को निर्णायक करने को कहा.

क्या कहता है अमेरिका का केंद्रीय कमान
समाचार चैनल सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के केंद्रीय कमान ने एक बयान में कहा है कि आईएस के खिलाफ इराक के सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मदद के व्यापक प्रयासों के हिस्से के रूप में यह पहला हमला है. केंद्रीय कमान ने कहा है कि सोमवार को हुए हवाई हमले में आईएस के उस ठिकाने को तबाह कर दिया गया, जहां से इराकी सुरक्षा बलों पर गोलाबारी हो रही थी. एक अधिकारी ने बताया कि यह हमला बगदाद से 35 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में हुआ है.
सीरिया के आईएस ठिकानों पर भी किए जाएंगे हमले
बीते सप्ताह अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि आईएस के खिलाफ इराक के सुरक्षा बलों को मदद के उद्देश्य से ही हवाई हमले किए जा रहे हैं. ओबामा ने यह भी कहा था कि हवाई हमले सीरिया के आईएस ठिकानों पर भी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आईएस से लोहा लेने के लिए उदारवादी सीरियाई विद्रोहियों को प्रशिक्षण और हथियारों से लैस करने के लिए अमेरिकी कांग्रेस को अनुमति देने को कहा गया है.
दो दर्जन से ज्यादा देश के प्रतिनिधि मिले पेरिस में
अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने आईएस के आतंकवादियों के खिलाफ जंग के लिए मध्य-पूर्व के नेताओं द्वारा एक गठबंधन बनाने का आह्वान किया है. आईएस को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए खतरा बताते हुए दो दर्जन से अधिक देश, अरब लीग, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि सोमवार को पेरिस में मिले थे. इस दौरान, उन्होंने दोषियों को कानून के कटघरे में लाने पर सहमति जताई. उल्लेखनीय है कि अमेरिका इराक में आईएस को निशाना बनाकर 150 से ज्यादा हवाई हमले को अंजाम दे चुका है.

Hindi News from World News Desk

 

Posted By: Ruchi D Sharma