ईरान में सरकार के खिलाफ सड़कों हो रहा भारी विरोध प्रदर्शन, ब्रिटेन के राजनयिक को किया गया तलब
तेहरान (आईएएनएस)। ईरान की सड़कों पर सरकार के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने तेहरान में एक 'अवैध' सरकार विरोधी प्रदर्शन में मौजूदगी को देखते हुए ब्रिटेन के राजदूत रॉब मकेयर को तलब किया है और उनसे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का कारण पूछा है। प्रदर्शन के बाद मैकेयर को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया, जिससे ईरान और ब्रिटेन के बीच तनाव बढ़ सकता है। राजनयिक ने कहा कि उन्होंने 8 जनवरी को ईरानी मिसाइल द्वारा मार गिराए गए यूक्रेनी विमान के पीड़ितों को लेकर निकाले गए एक जुलूस में भाग लिया था लेकिन जब सभा सरकार विरोधी प्रदर्शन में बदल गई तो वह वहां से निकल गए। विदेश मंत्रालय ने राजदूत की गिरफ्तारी पर दी सफाई
रविवार को एक बयान में, विदेश मंत्रालय ने कहा, 'शनिवार को गैरकानूनी रैली में भाग लेने के अपने अपरंपरागत व्यवहार के कारण रॉब मैकेयर को तलब किया गया है। उप विदेश मंत्री अब्बास अर्घची ने राजदूत की अस्थायी हिरासत की खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया था, लेकिन एक अवैध सभा में शामिल होने को लेकर एक अज्ञात विदेशी नागरिक जानकार उन्हें गिरफ्तार किया गया था। जब पुलिस ने मुझे एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की सूचना दी, जो यूके का राजदूत होने का दावा करता है, तो मैंने कहा कि असंभव है। उसके साथ मेरे फोन पर बातचीत के बाद ही, मैंने उन्हें पहचान लिया। 15 मिनट बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।Iran Ukraine Plane Probe: ईरान का कबूलनामा, सेना ने गलती से मार गिराया गया यूक्रेनी विमानप्रदर्शकारियों पर हमला करने को लेकर ट्रंप ने ईरान को दी चेतावनी
वहीं, ईरानी सरकार द्वारा प्रदर्शकारियों पर किए जा रहे हमलों को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को ईरानी शासन को चेतावनी दी। उन्होंने ट्वीट किया, 'राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने आज सुझाव दिया कि प्रतिबंधों और विरोध प्रदर्शनों ने ईरान को नीचे झुका दिया है, उन्हें बातचीत के लिए मजबूर किया जाएगा। असल में, अगर वे बातचीत करते हैं तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यह पूरी तरह से उनके ऊपर निर्भर होगा लेकिन वह कोई परमाणु हथियार नहीं रखेंगे और अपने प्रदर्शनकारियों को नहीं मारेंगे।' बता दें कि ईरान ने शनिवार को कबूल किया कि उसकी सेना ने गलती से यूक्रेनी यात्री विमान को मार गिराया, जिसमें सवार सभी 176 यात्रियों की मौत हो गई। इसी कबूलनामे के बाद देश में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार झूठ बोल रही है कि उनका दुश्मन अमेरिका नहीं है, उनका दुश्मन उसी देश में मौजूद है।