अमेरिकी प्रतिबंध को मात देने के लिए ईरान कर रहा चाबहार पोर्ट को विकसित
चाबहार, ईरान (एएफपी)। अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते इन दिनों ईरान को अपने सामानों के एक्सपोर्ट करने में काफी मुश्किलों का सामान करना पड़ रहा है। अमेरिकी प्रतिबंध से ईरानी एक्सपोर्ट के प्रवाह पर कोई फर्क ना पड़े, इसके लिए देश अपने चाबहार पोर्ट को विकसित करने की तैयारी में जुटा है। पाकिस्तान की सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर और हिंद महासागर में स्थित चाबहार में बंदरगाह ईरान का सबसे बड़ा बाहरी खाड़ी है। ईरान के सड़क और शहरी विकास मंत्री मोहम्मद असलम ने चाबहार का दौरा करते हुए एएफपी को बताया, 'हम इस बंदरगाह को विकसित करते रहेंगे... हमारे रेल नेटवर्क, सड़क नेटवर्क और हवाई अड्डे सभी विकसित किए जा रहे हैं, ताकि हम उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर को लागू कर सकें।'
एक्सपोर्ट बढ़ने की संभावना से अधिकारी उत्साहित
बता दें कि इस परियोजना के लिए समुद्र से 200 हेक्टेयर (लगभग 500 एकड़) से अधिक भूमि को फिर से हासिल किया गया है। दिसंबर 2017 में नए इंस्टॉलेशन चालू होने में एक साल से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अभी तक ईरान के कारोबार में तेजी नहीं आई है। अधिकारियों का कहना है कि बीते एक साल में इस बंदरगाह पर केवल 2.1 मिलियन टन माल को लोड और अनलोड किया गया है, जबकि बंदरगाह की वार्षिक क्षमता 8.5 मिलियन टन है। हालांकि, एक्सपोर्ट में बढ़ोत्तरी की संभावनाओं को लेकर अधिकारी उत्साहित हैं।
इजराइल ने दी थी चेतावनी
गौरतलब है कि इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कुछ समय पहले ईरान को चेतावनी देते हुए कहा था कि उनकी नौसेना अमेरिकी प्रतिबंधों का पालन करने के लिए ईरानी तेल निर्यात पर कार्रवाई कर सकती है। हालांकि, इसके जवाब ईरान के रक्षा मंत्री आमिर हातमी ने कहा कि अगर इजराइल की नौसेना ने उनके ऑयल शिपमेंट को किसी भी तरह से रोकने की कोशिश की तो वह उनपर कड़ी कार्रवाई करेंगे। ध्यान रहे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल ईरान के साथ एक परमाणु समझौते को तोड़ दिया और तेहरान के तेल निर्यात को पूरी तरह से खत्म करने के लिए वहां कई प्रतिबंध लगा दिए, जिसके बाद ईरान को काफी नुकसानों का सामना करना पड़ा।