अमेरिका से तनाव के बीच ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ भी जी-7 सम्मेलन में पहुंच गए। जवाद जरीफ ने सम्मेलन में करीब साढ़े तीन घंटे रुककर वापसी की। इस दौरान उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों और ब्रिटेन व जर्मनी के अधिकारियों से मुलाकात भी की।


बायरिट्ज, फ्रांस (रॉयटर्स)। संबंधों पर जमी बर्फ पिघलाने के लिए रविवार को अप्रत्याशित और नाटकीय घटनाक्रम में ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ भी जी-7 सम्मेलन में पहुंच गए। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम करने की कोशिश में जुटे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने उन्हें आमंत्रित किया था। व्हाइट हाउस का कहना है कि जरीफ के पहुंचने से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हैरान रह गए थे। जबकि, फ्रांस ने कहा कि जरीफ के आने का कार्यक्रम आखिरी वक्त में बना और जी- 7 के सभी सदस्य देशों को समय रहते इसकी सूचना दे दी गई थी। परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा के लिए जी-7 सम्मेलन में पहुंचे जरीफ


फ्रांस का यह भी कहना है कि ईरानी विदेश मंत्री के साथ बातचीत सकारात्मक रही। समाचार एजेंसी के मुताबिक, करीब साढ़े तीन घंटे रुकने के बाद जरीफ वापस चले गए। जरीफ ने ट्वीट कर बताया कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा के लिए वह जी-7 सम्मेलन में पहुंचे। यहां मैक्रों के अलावा फ्रांस के विदेश मंत्री और ब्रिटेन व जर्मनी के अधिकारियों से भी उन्होंने चर्चा की। जरीफ ने कहा, 'रास्ता मुश्किल है। लेकिन हम कोशिश करते रहेंगे।' जी-7 समिट में पीएम मोदी के साथ कश्मीर और मानवाधिकार के मुद्दे पर बात कर सकते हैं ट्रंप

अमेरिका और ईरान को एकसाथ लाने की कोशिश कर रहे राष्ट्रपति मैक्रों इससे पहले ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हाल के दिनों में ईरान और फ्रांस के राष्ट्रपतियों के बीच हुई बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए जरीफ बायरिट्ज पहुंचे। वहीं, अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा कि ट्रंप पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर ईरान बातचीत करना चाहता है, तो उसके सामने काई शर्त नहीं रखी जाएगी। हालांकि न्यूचिन ने जरीफ के जी-7 पहुंचने पर कोई टिप्पणी नहीं की।अमेरिका और ईरान को बातचीत की मेज पर लाने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों लगातार प्रयास कर रहे हैं। फ्रांस चाहता है कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों में अमेरिका कुछ ढील दे।

Posted By: Mukul Kumar