बाहुबली 2 के ये पांच सबक आपकी जिंदगी में भर सकते हैं खुशी और सुकून
जी हां अमरेंद्र बाहुबली ने कभी भी ये नहीं सोचा कि उनके किसी कदम के नतीजे में उनका राज्य छिन सकता है या उसे महल से निकल कर झोपड़ी में रहना पड़ सकता है। उन्होंने महज अपने फर्ज के बारे में सोचा और उसे ईमानदारी से निभाया। हम अक्सर सोचने लगते हैं कि जो हम कर रहे हैं उसका नतीजा क्या होगा और तनाव में आ जाते हैं। बाहुबली की तरह हम सिर्फ अपने काम पर फोकस करके हर हाल में खुश रहें तो ज्यादा बेहतर होगा। नतीजा क्या होगा इसकी चिंता किए बना उसी की तरह बस खुशी से अपना काम करें तो जिंदगी में कभी भी तनाव और दुख नहीं रहेगा।
3- बिना सोचे किसी का यकीन करना और फेवरिज्म करना ठीक नहीं (Sivagami Devi)
अक्सर हम सोचते हैं कि जो हमारे पक्ष में बोल रहा है वही हमारा सबसे ज्यादा भला चाहता है और हम उसकी हर बात पर बिना कोई सवाल उठाये यकीन कर लेते हैं, ये सही नहीं है। खासतौर पर जब आप किसी जिम्मेदार पद पर हों या निर्णय लेने का अधिकार आपका हो तो ऐसा बिलकुल ना करें। अगर शिवगामी देवी ने अपनी आंखें खुली रखी होतीं और भावना में बहने की जगह सोच समझ कर फैसले किए होते तो वो भल्लालदेव और उसके चमचों की झूठी बातों को को समझ जाती और बाहुबली और अपनी मृत्यु का कारण नहीं बनतीं।
भारतीय वायुसेना के 10 फाइटर प्लेन, जिनसे कोई दुश्मन पंगा नहीं लेना चाहेगा
ये तो हम हमेशा से सुनते आये हैं कि लालच बुरी बला है पर आज तक कई पॉवरफुल लोग इस बात को मानते नहीं हैं। अगर कोई चीज आपकी नहीं है या आप उसे डिजर्व नहीं करते तो फिर उसको जबरदस्ती हासिल करने की कोशिश ना करें। वरना वही होगा जो भल्लाल देव के साथ हुआ। वो बेशक शक्तिशाली था पर माहिष्मति का राज्य उसका नहीं था और वो उस पर शासन करने का हकदार नहीं था, फिर भी उसने उस पर कब्जा कर लिया। नतीजा क्या हुआ वो कभी भी सुख चैन से उस पर राज नहीं कर सका और आखिर में मारा गया।
Interesting News inextlive from Interesting News Desk