अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी का आज 31वां जन्मदिन है। आइए जानें उनके बारे में कुछ अनजानी बातें..


10 बार जीता है दुनिया का दिल


कानपुर। 24 जून, 1987 को अर्जेंटीना में जन्में लियोनेल मेसी स्टार फुटबॉलर हैं। फुटबॉल जगत में मेसी ने अपनी काबिलियत के दम पर खूब प्रसिद्धी पाई, हालांकि फीफा वर्ल्ड कप 2018 में मेसी का जादू गायब सा हो गया। अर्जेंटीना अभी तक एक भी मैच नहीं जीत पाई और मेसी के नाम भी कोई गोल नहीं है। कुछ लोग तो मेसी की आलोचना तक करने लगे। खैर एक खिलाड़ी की जिंदगी में ऐसा वक्त जरूर आता है जब वह अर्श से फर्श पर गिरता है। मेसी की किस्मत उनका साथ नहीं दे रही और वह लगातार हार रहे। मगर आपको बता दें कि मेसी ने अपनी जिंदगी में 10 काम ऐसे किए हैं जब उन्होंने पूरी दुनिया का दिल जीत लिया। फॉक्स स्पोर्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व के अमीर खिलाड़ियों में शामिल मेसी चैरिटी में भी अव्वल रहते हैं। ऐसा उन्होंने एक बार नहीं बल्कि बार-बार किया है। भूकंप पीड़ित हो या अस्पताल में इलाज करा रहा मरीज, मेसी हर समय मदद करने को तैयार रहते हैं।चिल्ड्रेन हॉस्पिटल को दान कर दिए 5 करोड़ रुपये

साल 2007 में लियोनेल मेसी एक अस्पताल गए थे। वहां उन्होंने कुछ गरीब बच्चों को देखा जो काफी बीमार थे। बस यहीं से मेसी के मन में आम लोगों की सहायता करने का जुनून चढ़ गया। इसके बाद उन्होंने 'द लियोनेल मेसी फाउंडेशन' नाम की एक चैरिटेबल संस्था बनाई जो अब दुनिया भर में घूम-घूमकर गरीबों और बच्चों की मदद करती है। मेसी के इस नेक कार्य का देखते हुए यूनीसेफ ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर भी बनाया है। बतौर एंबेसडर मेसी एक बार अपने शहर रोसरियो के एक चिल्ड्रेन हॉस्पिटल जहां सुविधाओं का अभाव था। बस फिर क्या मेसी ने अस्पताल को 5.3 करोड़ रुपये दान कर दिए और बार्सिलोना से एक्सपर्ट की एक टीम भेजी जो अस्पताल के लोकल स्टॉफ को अच्छी ट्रेनिंग दे सके।12 साल के लड़के का छह साल तक भरा बिलसाल 2012 की बात है, एक 12 साल का लड़का जोकि हॉर्मोन डिफिशिएंसी से पीड़ित था। उसके पास इलाज कराने के पैसे नहीं थे मगर वह बड़े होकर फुटबॉलर बनना चाहता था, मेसी को जब यह बात पता चली तो उन्होंने उस लड़के को अगले 6 साल तक मेडिकल बिल खुद भरा। आपको बता दें कि मेसी भी बचपन में हॉर्मोन डिफिशिएंसी के शिकार थे।

डिसेबल बच्चों के साथ खेला फुटबॉलमेसी न सिर्फ पैसों से बल्कि अपने कामों से भी लोगों को दिल जीतते रहे हैं। साल 2013 की बात है जब बार्सिलोना की टीम थाईलैंड दौरे पर गई थी, इस टीम में लियोनेल मेसी भी थे। मेसी को किसी ने बताया कि एक डिसेबल बच्चा जोकि उनका बहुत बड़ा फैन है वह काफी दूर से चलकर अपने चहेते स्टार से मिलने आया है। बस फिर क्या मेसी ने अपने बिजी शेड्यूल से टाइम निकालकर न सिर्फ उस बच्चे से मुलाकात की बल्कि उसके साथ फुटबॉल भी खेली।यूनिसेफ में दान किए ढाई करोड़ रुपये10 बार अर्जेंटीना का फुटबॉलर ऑफ द ईयर अवार्ड जीत चुके लियोनेल मेसी कभी भी दान करते वक्त अपने जेब में नजर नहीं डालते। वह खुलकर चैरिटी करते हैं, साल 2015 में उन्होंने बच्चों की एक कल्याणकारी संस्था 'ए सन फॉर द चिल्ड्रेन ऑर्गेनाइजेशन' के लिए यूनिसेफ को 2.5 करोड़ रुपये दान कर दिए थे। यही नहीं इस चेक को उन्होंने अर्जेंटीना के एक्टर निको वैजक्यूज के हाथों दिलवाया और खुद लाइमलाइट से दूर रहे।छह साल के नन्हें फैन को ऐसे दिया सरप्राइज
2016 की बात है एक 6 साल के अफगानी लड़के मुर्तजा अहमदी की फोटो इंटरनेट में खूब वायरल हुई थी। यह बच्चा प्लॉस्टिक बैग को टी-शर्ट बनाकर पहने थो जिसमें मेसी का नाम और 10 नंबर लिखा था। अफगानिस्तान जैसे देश में मेसी के इस नन्हें फैन की दीवानगी ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया। इसके बाद मेसी ने न सिर्फ मुर्तजा को अपनी साइन की हुई टी-शर्ट भेजी बल्कि उसे एक मैच में मैदान पर बुला लिया था। पांच करोड़ बच्चों की शिक्षा के लिए उठाया ये कदम2017 में मेसी ने टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स के साथ 'वन इन इलेवन' कैंपेन शुरु किया था। इसका मकसद था दुनिया भर के करीब 5 करोड़ बच्चों को शिक्षा देना जो किसी न किसी वजह से स्कूल नहीं जा पाते। इस कैंपेन की बकायदा एक शॉर्ट फिल्म बनाई गई थी, जिसकी एक क्लिप ला लीगा मैच के दौरान दर्शकों को दिखाई गई।सीरिया में जारी हिंसा के बीच खोल दिया स्कूल
सीरिया के हालात से पूरी दुनिया वाकिफ है। इस्लामिक स्टेट के आतंक ने पूरे सीरिया को तहस-नहस कर दिया। लाखों लोग बेघर हो गए, न जाने कितनी जाने गईं। इन सब के बीच मेसी ने वहां शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए एक नेक कदम उठाया। सीरिया में हिंसा के बावजूद मेसी ने करीब 20 क्लॉसरूम बनवाए ताकि बच्चे पढ़ सकें। इसके बलावा 1600 अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी भी उन्होंने अपने कंधों पर ले ली। उस वक्त मेसी ने इसका जिक्र अपने फेसबुक अकाउंट पर भी किया था। उन्होंने लिखा था, 'और कितने दिन तक यहां युद्ध चलेगा। पिछले कुछ सालों में सीरिया में जो कुछ हुआ उससे बच्चों में काफी गहरा असर पड़ा है। बतौर पिता और यूनिसेफ एंबेसडर, मेरा दिल अंदर से टूट चुका है। आओ हम सभी मिलकर आवाज उठाएं और इस लड़ाई को खत्म करें।' शादी में मिले मंहगे गिफ्ट कर दिए दानलियोनेल मेसी ने 30 जून, 2017 को अपनी लॉंग टाइम गर्लफ्रेंड एंटोनेला से शादी की थी। इस समारोह में तकरीबन 250 से ज्यादा जानी मानी हस्तियां शामिल हुईं थी, सभी मेसी के लिए काफी मंहगे-मंहगे गिफ्ट लाए थे। मगर मेसी ने उन्हें अपने पास न रखते हुए सभी गिफ्ट दान कर दिए। यही नहीं इस शादी में जितना कुछ खाने-पीने का सामान बचा था सबकुछ मेसी ने लोकल फूड बैंक को डोनेट कर दिया ताकि भूखे सो रहे लोगों को एक वक्त का खाना मिल सके।जब बदनाम होकर कमा गए नामअर्जेंटीना के एक लोकल न्यूज पेपर 'ला रजान' ने एक खबर छापी थी कि मेसी ने 2014 वर्ल्ड कप फाइनल में ड्रग्स लेकर मैदान में उतरे थे। इस खबर में कोई सच्चाई नहीं थी, बस फिर क्या मेसी ने अखबार पर मानहानि का मुकदमा ठोक दिया। जिसके बदले मेसी को लगभग 60 लाख रुपये मुआवजा मिला था लेकिन मेसी ने यह रकम अपने पास न रखते हुए अंतरराष्ट्रीय मानवीय संस्था 'डॉक्टर्स विदआउट बॉडर्स' को डोनेट कर दी।हैती में भूकंप प्रभावित इलाके का किया दौराएक इंटरनेशनल खिलाड़ी अगर अपने बिजी शेड्यूल से टाइम निकालकर भूकंप प्रभावित इलाके का दौरा करे, तो यह थोड़ी आश्चर्यजनक बात होगी। मगर मेसी ने 2010 में ऐसा किया था जब हैती में एक विनाशकारी भूकंप ने आधे से ज्यादा देश तबाह कर दिया था। तब मेसी यहां पहुंचे थे और उन्होंने पीड़ितों की हर संभव मदद की।जब हाथ से गोल कर अर्जेंटीना ने जीता था 1986 फुटबॉल वर्ल्ड कप1950 में भारत को मिला था फुटबॉल वर्ल्ड कप खेलने का मौका, जूते नहीं थे इसलिए हो गए बाहर

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari