जानिए, देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस वे के बारे में चंद खास बातें
1 . एक्सप्रेस-वे की लंबाई 302 किलोमीटर है। ये देश का सबसे लंबा 6 लेन वाला एक्सप्रेस वे हे। 2 . 6 लेन वाले इस एक्सप्रेस-वे की चौड़ाई 110 मीटर है। भविष्य में इसको बढ़ाकर 8 या 12 लेन का भी किया जाना है। 3 . इस पूरे एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए 8,500 एकड़ जमीन की जरूरत थी। इसमें से 7,000 एकड़ जमीन इसके लिए मिल सकी थी। 4 . इस पूरे प्रोजेक्ट पर 15,000 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस पूरी लागत को राज्य सरकार ने वहन किया है। 5 . इस एक्सप्रेस-वे पर स्पीड की लिमिट 120 किलोमीटर प्रति घंटा है।
10 . लखनऊ मेट्रो रेल प्रोजेक्ट और लखनऊ IT सिटी के साथ ये अखिलेश यादव का तीसरा फ्लैगशिप प्रोजेक्ट है। 11 . सबसे पहले एक्सप्रेस-वे का PPP मॉडल तैयार कराया गया। इसका ये मॉडल इन्वेस्टर्स को अट्रैक्ट करने में नाकाम हो गया। तब राज्य सरकार ने इस पूरे प्रोजेक्ट की फंडिंग करने का मन बनाया।
12 . ये प्रोजेक्ट ग्रेटर नोएडा-आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रों को आसानी से जोड़ता है। 13 . इस प्रोजेक्ट के लोगो को वैभव बख्शी ने डिजाइन किया है। वैभव डिजाइन कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर, लखनऊ में टीचर हैं। 14 . इस एक्सप्रेस-वे पर टोल, जानवरों और पैदल यात्रियों के लिए अंडरपास, सर्विस रोड, ग्रीन बेल्ट, बाथरूम, पेट्रोल पंप, सर्विस सेंटर और खाने के स्टॉल्स का भी प्रावधान होगा। 15 . इस प्रोजेक्ट को UPEIDA (UP Expressway Industrial Development Authority) के अंतर्गत पूरा किया गया है। 16 . इस एक्सप्रेस-वे के साथ सरकार ने 4 एग्रीकल्चर मंडियों को भी प्राथमिकता दी हैं। ये मंडियां दूध, आलू, अनाज, फल और सब्जियों से संबंधित हैं।17 . इस प्रोजक्ट को 'ग्रीन फील्ड' प्रोजेक्ट का नाम भी दिया गया। Interesting Newsinextlive fromInteresting News Desk