पांच अगस्त से रियो ओलंपिक्स 2016 की शुरुआत होने जा रही है। इस दफा पहली बार नीता अंबानी के रूप में एक भारतीय महिला को ओलंपिक समिति का सदस्य नामित किया गया है। वहीं दीपा करमाकर पहली बार भारत का जिमनास्टिक में प्रतिनिधित्व करेंगी। आइये जानते हैं कि और कौन सी ऐसी महिलायें हैं जिन्होंने पहली बार ओलंपिक्स में भारत का नाम रौशन किया।
By: Molly Seth
Updated Date: Sat, 04 Jun 2016 10:56 AM (IST)
करणम मल्लेश्वरी: सिडनी ओलंपिक्स में भारोत्तलन 69 किग्रा. वर्ग में कांस्य पदक पदक जीत कर करणम मल्लेश्वरी पहली ऐसी भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं जिसने ओलंपिक खेलों में देश के लिए कोई पदक जीता।
मैरी कॉम: लंदन ओलंपिक्स में महिला मुक्केबाजी को पहली बार ओलंपिक खेलों में शामिल किया गया और पांच बार की मुक्केबाजी में विश्व विजेता बॉक्सर मेरी काम ने भारत के लिए ओलंपिक गेम्स के दौरान इस प्रतियोगिता में पदक हासिल किया। उन्हें भी कांस्य पदक प्राप्त हुआ।
साइना नेहवाल: लंदन ओलंपिक्स 2012 में साइना नेहवाल कांस्य पदक जीत कर इस प्रतियोगिता में पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खािलाड़ी बनीं।
गीता फोगट: इसी साल 55 किग्रा वर्ग की कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेकर गीता फोगट कुश्ती में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र महिला पहलवान बनीं। हांलाकि वो भारत को कोई पदक नहीं दिला पायीं लेकिन वो पहली महिला थीं जिन्होंने भारत की ओर से इस प्रतियोगिता के लिए क्वालिफाई किया।
दीपा करमाकर: अप्रैल महीने में ओलंपिक्स के लिए होने वाली क्वालिफाइंग प्रतियोगिताओं में जबरदस्त प्रर्दशन के चलते गीता करमाकर का चयन रियो ओलंपिक्स के लिए जिमनास्टिक में भारत की ओर किया गया है। इस प्रतियोगिता में भारत की ओर खेलने वाली वो पहली महिला जिमनास्ट होंगी।
नीता अंबानी: रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर और चेयरपर्सन नीता अंबानी को इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी के नए सदस्य के लिए होने वाले चुनावों में प्रत्याशी नामित किया गया है। वह पहली भारतीय महिला हैं, जिन्हें यह गौरव प्राप्त हुआ है।Spark-Bites News
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