10 साल तक ग्लोबल इकोनॉमी एक्टिविटीज के केंद्र में रहेगा इंडिया
चीन को पीछे छोड़ आगे बढ़ेगा अगले 10 साल में भारत, चीन को पीछे छोड़कर ग्लोबल ग्रोथ का इकोनॉमिक पोल (केंद्र बिंदू) होगा। 2015 तक इंडिया 7.7 परसेंट एनुअल ग्रोथ के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढऩे वाली इकोनॉमी रहेगी। अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हुए एक रिसर्च में यह दावा किया गया है। इसमें भारत के साथ अफ्रीकी देश युगांडा को भी सबसे तेजी से बढऩे वाली इकोनॉमी बताया गया है।क्रेडिट कार्ड से पेमेंट पर नहीं लगेगा दो बार GST, फेक न्यूज का सच आया सामनेक्या बताती है रिसर्च
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल डेवलपमेंट सेंटर के रिसर्चर ने ये रिपोर्ट तैयार की है। इसमें कहा गया है कि पिछले कुछ साल के दौरान भारत ग्लोबल इकोनॉमिक एक्टिविटीज का सेंटर पोल (केंद्र बिंदू) बन गया है। पहले ये स्थिति चीन की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 10 में भारत ही इस पोजिशन पर काबिज रहेगा। उभरते बाजारों की ग्रोथ रेट डेवलप्ड नेशंस के मुकाबले तेज बनी रहेगी। हालांकि, इमर्जिंग इकोनॉमी में यह रफ्तार अलग-अलग हो सकती है। इसमें ईस्ट अफ्रीका, इंडोनेशिया और वियतनाम शामिल हैं। GST के नाम पर पब्लिक को चूना नहीं लगा पाएंगे ट्रेडर्स, जानिए यह होगा कैसे?यहां हालात हैं बेहतर
रिसर्चर्स के मुताबिक, भारत के तेज विकास के लिए नए सेक्टर में डाइवर्सिफाइंग के लिए हालात बेहतर हैं। इनकी कैपेसिटी भी दूसरे देशों से काफी बेहतर है। भारत ने अपने एक्सपोर्ट बेस में डाइवर्सिटीज पर ज्यादा जोर दिया है। एक्सपोर्ट बेस को केमिकल, व्हीकल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ाया गया है। चीन के लेटेस्ट डाटा के मुताबिक, उसका एक्सपोर्ट बेस पहले से गिरा है। ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद पहली बार चीन की इकोनॉमिक कॉ प्लेक्सिटी रैंकिंग में भी 4 प्वॉइंट्स (पायदान) की गिरावट हुई है।बड़े मंदिर भी जीएसटी के दायरे में!
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